जानें मंकी टेल कैक्टस के बारे में: एक अनोखा पौधा जो पूंछ जैसा दिखता है

मंकी टेल कैक्टस: एक अद्भुत पौधा
आपने पूंछ वाले जानवरों को देखा होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि एक ऐसा पौधा भी है जो किसी जानवर की पूंछ की तरह दिखता है? यह पौधा इतना अनोखा है कि पहली नजर में आपको लगेगा कि यह गमले में लटकी हुई पूंछ है। जब आप इसे छूते हैं, तो इसकी मुलायम बनावट आपको और भी आकर्षित कर देगी।
इस पौधे का नाम 'मंकी टेल कैक्टस' है, जो कैक्टस प्रजाति का एक विशेष और आकर्षक सदस्य है। इसका वैज्ञानिक नाम क्लेइस्टोकैक्टस विंटरी है। इसकी सुंदरता हर किसी को अपनी ओर खींच लेगी और इसे अपने घर में लगाने का मन करेगा। बागवानी के विशेषज्ञ भी इस पौधे की प्रशंसा करते हैं।
मंकी टेल कैक्टस की विशेषताएँ
मंकी टेल कैक्टस अपने लंबे, लटकते और रोएंदार तनों के लिए जाना जाता है, जो बिल्कुल बंदर की पूंछ की तरह दिखते हैं। यह पौधा मूल रूप से बोलीविया का है और कैक्टस परिवार से संबंधित है। इसके हरे तनों पर सफेद, मुलायम छाल होती है, जिससे यह छूने पर भी नरम लगता है। वसंत और गर्मियों में, यह चमकीले लाल या गुलाबी फूलों से खिलता है, जो इसकी सुंदरता को और बढ़ाते हैं।
क्यों है यह पौधा इतना लोकप्रिय?
इसकी अनोखी बनावट इसे किसी भी घर या बगीचे का आकर्षण बना देती है।
कैक्टस परिवार का सदस्य होने के कारण, यह कम पानी और देखभाल में पनपता है, जो इसे बागवानी में नए या व्यस्त लोगों के लिए आदर्श बनाता है।
इसके लटकते तने इसे हैंगिंग गार्डनिंग के लिए उपयुक्त बनाते हैं, और यह हैंगिंग पॉट में खूबसूरती से फैलता है।
यह पौधा टिकाऊ और मजबूत होता है, जिससे इसे उगाना आसान होता है।
भारत में यह पौधा अभी भी आम नहीं है, इसलिए इसे अपने कलेक्शन में शामिल करके आप अपनी पहचान बना सकते हैं।
मिट्टी और गमले का चयन
मंकी टेल कैक्टस के लिए अच्छी जल निकासी वाला गमला चुनना आवश्यक है। मिट्टी के गमले, जैसे टेराकोटा, सबसे अच्छे होते हैं क्योंकि ये हवा को आसानी से गुजरने देते हैं और मिट्टी जल्दी सूख जाती है। हैंगिंग बास्केट भी एक अच्छा विकल्प है। पॉटिंग मिक्स के लिए मिट्टी में रेत, परलाइट या कंकड़ मिलाकर जल निकासी वाली मिट्टी बनाई जा सकती है। जल निकासी बहुत महत्वपूर्ण है ताकि जड़ें सड़ें नहीं।
मंकी टेल कैक्टस कैसे उगाएँ
आप इस पौधे को कटिंग के माध्यम से आसानी से उगा सकते हैं। एक स्वस्थ तने को काटें और इसे कुछ दिनों तक सूखने दें ताकि कटा हुआ सिरा सख्त हो जाए। फिर इसे सूखी, अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी में लगाएँ। कुछ हफ्तों में जड़ें निकल आएंगी।
प्रकाश, तापमान और पानी
- इसे बहुत अधिक धूप पसंद है, इसलिए इसे ऐसी जगह लगाएँ जहाँ इसे कम से कम 6 घंटे सीधी धूप मिले।
- इस कैक्टस को ज्यादा पानी की आवश्यकता नहीं होती, मिट्टी को सूखने दें और उसके बाद ही पानी दें।
- जड़ सड़न से बचने के लिए सर्दियों में भी कम पानी दें, मिट्टी पूरी तरह सूखने पर ही पानी दें।
- इस पौधे को गर्म तापमान पसंद है, इसे ठंडी जगहों या पाले से बचाकर रखें।