जींद में प्राध्यापकों ने प्राचार्य को सौंपा ज्ञापन, सुरक्षा की मांग

सहायक प्राध्यापक पर हमले की निंदा
जींद में राजकीय महिला महाविद्यालय के शिक्षकों ने वीरवार को प्राचार्य कार्यालय के बाहर एकत्र होकर पंचकूला के राजकीय महाविद्यालय में सहायक प्राध्यापक पर हुए जानलेवा हमले की कड़ी निंदा की। सभी शिक्षक और शिक्षिकाएं एकजुट होकर डीसी कार्यालय पहुंचे और प्राचार्य के माध्यम से ज्ञापन प्रस्तुत किया।
सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की मांग
ज्ञापन में यह मांग की गई कि हमलावरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार किया जाए और उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाए। इसके साथ ही महाविद्यालय परिसर और उसके आसपास सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया गया ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं न हों। शिक्षकों ने कहा कि इस तरह का हमला पूरे शैक्षणिक समुदाय के लिए चिंता का विषय है और इससे छात्रों में असुरक्षा का माहौल बनता है।
शिक्षकों की सुरक्षा पर ध्यान देने की अपील
इस प्रकार की घटनाएं न केवल शिक्षकों की गरिमा को ठेस पहुँचाती हैं, बल्कि समाज के बौद्धिक वातावरण पर भी नकारात्मक प्रभाव डालती हैं। वक्ताओं ने कहा कि शिक्षक समाज के मार्गदर्शक होते हैं, और यदि वे सुरक्षित नहीं रहेंगे, तो शिक्षा प्रणाली पर प्रतिकूल असर पड़ेगा।
व्यापक आंदोलन की चेतावनी
शिक्षकों ने प्रशासन से अपील की कि उनकी सुरक्षा को प्राथमिकता दी जाए और दोषियों को कठोर दंड दिया जाए। यदि प्रशासन ने समय पर ठोस कदम नहीं उठाए, तो आंदोलन को और व्यापक स्तर पर चलाने की योजना बनाई जाएगी। इस अवसर पर डा. राजेश बूरा, डा. सुमिता आशरी, रवि कुमार, गुरदीप, प्रीति, जितेंद्र शर्मा सहित कई शिक्षक और शिक्षिकाएं उपस्थित थे, जिन्होंने एक स्वर में घटना की निंदा की और न्याय की मांग की।