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ट्रम्प का गाजा संकट पर बयान: मानवीय सहायता की आवश्यकता

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गाजा में चल रहे मानवीय संकट पर चिंता व्यक्त की है। उन्होंने इजराइली पीएम नेतन्याहू के भुखमरी के दावे का खंडन करते हुए कहा कि गाजा के बच्चे भूखे हैं। ट्रम्प ने अमेरिका की सहायता भेजने की प्रतिबद्धता जताई है। गाजा में 60,000 से अधिक फलस्तीनी नागरिकों की मौत हो चुकी है, और स्थिति गंभीर होती जा रही है। जॉर्डन और यूएई ने मानवीय सहायता भेजी है, लेकिन सहायता समूहों का कहना है कि यह पर्याप्त नहीं है।
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ट्रम्प का गाजा संकट पर बयान: मानवीय सहायता की आवश्यकता

गाजा में मानवीय संकट पर ट्रम्प का बयान

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने गाजा में चल रहे मानवीय संकट और यूक्रेन युद्ध के संदर्भ में महत्वपूर्ण टिप्पणियाँ की हैं। स्कॉटलैंड के टर्नबेरी में ब्रिटेन के पीएम कीर स्टारमर के साथ हुई बैठक में, ट्रम्प ने इजराइली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू के इस दावे से असहमति जताई कि 'गाजा में भुखमरी नहीं है।' ट्रम्प ने कहा कि उन्होंने टीवी पर गाजा के बच्चों की तस्वीरें देखी हैं, जो अत्यधिक भूखे प्रतीत हो रहे हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका गाजा में मानवीय सहायता भेजने के लिए प्रतिबद्ध है और इजरायल को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि खाद्य सामग्री लोगों तक पहुंचे।


गाजा में युद्ध और मानवीय स्थिति

इजराइल और हमास के बीच चल रहे संघर्ष में 21 महीने में 60,000 से अधिक फलस्तीनी नागरिकों की जान जा चुकी है, जैसा कि गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को बताया। मंत्रालय ने यह स्पष्ट नहीं किया कि इनमें से कितने आम नागरिक और कितने चरमपंथी हैं। रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों में लगभग आधी संख्या महिलाओं और बच्चों की है। खाद्य संकट से संबंधित अंतरराष्ट्रीय संगठनों ने चेतावनी दी है कि गाजा पट्टी में भुखमरी की स्थिति बेहद गंभीर हो गई है और यदि तुरंत कदम नहीं उठाए गए, तो बड़ी संख्या में लोगों की जान जा सकती है। इजराइल की हाल की सख्त नाकेबंदी ने स्थिति को और भी बिगाड़ दिया है। हालाँकि, इजराइल ने गाजा में खाद्यान्न की आपूर्ति बढ़ाने के लिए कुछ नए कदम उठाए हैं, लेकिन सहायता समूहों का कहना है कि इन उपायों का तत्काल प्रभाव नहीं पड़ा है।


मानवीय सहायता की पहल

इजराइल ने हाल के हमलों पर कोई टिप्पणी नहीं की है, जो संघर्ष विराम की समय सीमा के बाहर हुए। सहायता एजेंसियों ने नए उपायों का स्वागत किया है, लेकिन उनका कहना है कि ये अपर्याप्त हैं। गाजा में दुर्बल बच्चों की तस्वीरों ने वैश्विक स्तर पर आक्रोश पैदा किया है। गाजा की अधिकांश आबादी अब सहायता पर निर्भर है और खाद्य सामग्री तक पहुंच लगातार कठिन होती जा रही है। जॉर्डन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) के विमानों ने गाजा में मानवीय सहायता भेजी है। जॉर्डन की सेना ने बताया कि जॉर्डन और यूएई की वायुसेना के दो विमानों ने सोमवार को गाजा में 17 टन मानवीय सहायता पहुंचाई।