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डिलीवरी के बाद माताओं के लिए सिर और कान ढकने की परंपरा: क्या है सच?

डिलीवरी के बाद माताओं को अपनी सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। इस लेख में हम सिर और कान ढकने की पुरानी परंपरा के पीछे के सच और डॉक्टरों की सलाह पर चर्चा करेंगे। क्या यह सच में आवश्यक है? जानें इस लेख में। साथ ही, स्वस्थ रहने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए गए हैं।
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डिलीवरी के बाद माताओं के लिए सिर और कान ढकने की परंपरा: क्या है सच?

डिलीवरी के बाद देखभाल

डिलीवरी के बाद देखभाल: माताओं को अपने नवजात बच्चे के साथ-साथ अपनी सेहत का भी ध्यान रखना आवश्यक होता है। इस समय घर की बुजुर्ग महिलाएं कई पारंपरिक नुस्खों का पालन करने के लिए प्रेरित करती हैं। इनमें से एक सामान्य धारणा यह है कि डिलीवरी के बाद महिलाओं को अपने सिर और कानों को ढककर रखना चाहिए। ऐसा न करने पर यह माना जाता है कि कान में हवा भर सकती है या सिरदर्द बढ़ सकता है।


क्या यह सच है?

लेकिन क्या यह सच में आवश्यक है? या यह सिर्फ एक पुरानी मान्यता है जो पीढ़ी दर पीढ़ी चलती आ रही है? इस प्रश्न का उत्तर देते हुए डॉक्टरों ने महत्वपूर्ण जानकारी साझा की है, जिससे माताओं को सही मार्गदर्शन मिल सके।


सिर और कान ढकने का कारण

पुराने समय में जानकारी की कमी के कारण प्रेग्नेंसी और डिलीवरी के बाद होने वाले सामान्य लक्षणों को गलत समझा जाता था। महिलाओं में डिप्रेशन, तनाव और चिंता जैसी समस्याओं को 'कान में हवा भरना' का संकेत माना जाता था। इसके अलावा, हार्मोनल बदलावों के कारण हल्का सिरदर्द होना भी सामान्य है। इसलिए माना जाता था कि सिर और कान को ढकने से ये समस्याएं कम हो सकती हैं।


डॉक्टरों की सलाह

डॉक्टरों का कहना है कि डिलीवरी के बाद सिर और कान को ढकने की कोई वैज्ञानिक आवश्यकता नहीं है। यदि मौसम ठंडा है और आप स्कार्फ या दुपट्टा पहनना चाहती हैं, तो यह आपकी पसंद है, लेकिन यह किसी भी महिला के लिए अनिवार्य नहीं है।


डॉक्टरों के अनुसार, सबसे महत्वपूर्ण है कि माताएं अपनी मानसिक स्वास्थ्य का ध्यान रखें, नियमित रूप से डॉक्टर से सलाह लें, संतुलित आहार लें और पर्याप्त आराम करें। किसी भी पुरानी मान्यता को बिना सोचे-समझे मानने के बजाय हमेशा विशेषज्ञ की सलाह पर भरोसा करना चाहिए।


डिलीवरी के बाद स्वस्थ रहने के सुझाव


  • समय पर डॉक्टर से चेकअप कराएं।


  • संतुलित और पौष्टिक आहार लें।


  • पर्याप्त नींद और आराम को प्राथमिकता दें।


  • मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें और जरूरत पड़ने पर सपोर्ट लें।



महत्वपूर्ण नोट

DISCLAIMER: इस लेख में दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी है। किसी भी घरेलू उपाय या पुरानी परंपराओं का पालन करने से पहले विशेषज्ञ की सलाह लेना आवश्यक है।