दिनेश कार्तिक ने एमएस धोनी के प्रभाव पर किया खुलासा

एमएस धोनी का प्रभाव
दिनेश कार्तिक ने एमएस धोनी पर टिप्पणी की: एमएस धोनी ने 2004 में भारतीय क्रिकेट टीम में कदम रखा। उस समय टीम को एक सक्षम विकेटकीपर की आवश्यकता थी। दिनेश कार्तिक पहले से ही टीम का हिस्सा थे, लेकिन धोनी की एंट्री ने सब कुछ बदल दिया। कार्तिक ने क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद इस विषय पर चर्चा की और बताया कि धोनी ने उन्हें गिरगिट की तरह ढलने पर मजबूर कर दिया।
धोनी के आने के बाद की चुनौतियाँ
दिनेश कार्तिक ने एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि धोनी के टीम में शामिल होने के बाद उन्हें विभिन्न स्थानों पर खुद को साबित करना पड़ा। उन्होंने कहा, 'टीम को एक अच्छे विकेटकीपर की आवश्यकता थी। जब धोनी आए, तो उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया। ऐसे में आपको खुद से सवाल करना चाहिए कि आप कैसे बेहतर हो सकते हैं। मैं गिरगिट की तरह बन गया था।'
कार्तिक ने आगे कहा, 'अगर टीम को सलामी बल्लेबाज की जरूरत होती, तो मैं तमिलनाडु के लिए ओपनिंग करता। जब मिडल ऑर्डर में जगह होती, तो मैं वहां खेलने की कोशिश करता। मेरे लिए भारतीय टीम में बने रहना एक चुनौती थी, और मैंने खुद पर अनावश्यक दबाव डाला।'
दिनेश कार्तिक का करियर
एमएस धोनी टीम इंडिया के एक महत्वपूर्ण सदस्य बन गए और बाद में कप्तान भी बने। इसके बावजूद, दिनेश कार्तिक ने लगातार टीम में अपनी जगह बनाने की कोशिश की। उन्होंने धोनी के साथ 180 अंतर्राष्ट्रीय मैच खेले। कार्तिक ने 26 टेस्ट मैचों में 1025 रन बनाए, जबकि वनडे में उन्होंने 94 मैचों में 1752 रन बनाए। टी20 में उन्होंने 60 मैचों में 686 रन बनाए। कार्तिक ने जून 2024 में संन्यास लिया और अब वह कमेंट्री में करियर बना रहे हैं।