नए साल का जश्न: कैसे बदल गया है मनाने का तरीका?
नए साल का जश्न: एक नया नजरिया
आजकल नए साल का जश्न मनाने के तरीके में काफी बदलाव आ चुका है। कुछ लोग पार्टी का आयोजन करते हैं, जबकि अन्य दोस्तों के साथ यात्रा पर निकल जाते हैं। वहीं, कई लोग अपने परिवार के साथ घर पर समय बिताना पसंद करते हैं। सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव ने त्योहारों को मनाना और भी सरल बना दिया है। अब नए साल की शुभकामनाएं देने के लिए लोगों को ज्यादा प्रयास नहीं करना पड़ता, बस एक संदेश, स्टेटस या स्टोरी से ही काम चल जाता है।
यदि हम कुछ साल पीछे जाएं, विशेषकर 90 के दशक और उसके बाद के प्रारंभिक वर्षों को याद करें, तो नए साल का जश्न मनाने का तरीका बिल्कुल अलग था। उस समय ग्रीटिंग कार्ड देना नए साल की एक महत्वपूर्ण परंपरा थी। बाजार में विभिन्न रंग-बिरंगे कार्ड उपलब्ध होते थे, जिनमें लोग दिल से लिखी गई शायरी और शुभकामनाएं भेजते थे। ये कार्ड और उनमें लिखे शब्द आज भी बचपन की यादों को ताजा कर देते हैं।
हालांकि आज ग्रीटिंग कार्ड्स का प्रचलन कम हो गया है, लेकिन उन शायरियों की महत्ता आज भी बनी हुई है। अब वही पुराने संदेश लोग व्हाट्सऐप, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर साझा करते हैं। कुछ लोग आज भी अपने प्रियजनों के लिए कार्ड लिखना पसंद करते हैं, ताकि रिश्तों में अपनापन बना रहे। आइए, उन दिनों को याद करते हैं और नए साल की कुछ शुभकामनाएं देखते हैं।
बीते साल की अच्छी यादें साथ रहें, नए साल में बनें नए रिश्ते और पुराने भी आबाद रहें।
नए साल की हर सुबह खुशनुमा हो, आपके सपने पूरे हों, मिले हर दिन खुशियों का गुलदस्ता।
सपनों को मिले नई उड़ान, पूरा हो हर एक अरमान।
सेहत और चैन बना रहे, हर पल बस मुस्कान रहे।
मेहनत आपकी पहचान बने, सफलता आपकी पहचान बने।
रिश्तों में प्यार बना रहे, नया साल खुशहाल बना रहे।
जो छूट गया उसे भूल जाएं, नए साल को दिल से अपनाएं।
भेज रहा हूं ग्रीटिंग… इसे संभालकर रखना, याद आए हमारी तो इसे निकालकर पढ़ना।
सफलता कदम चूमे आपके, खुशियों की हो बरसात, नए साल में मिले हर दिन सौगात।
दोस्ती पास रहे, मुस्कान खास रहे, नया साल हर दिन के लिए खास हो।
हंसी-खुशी का ये तांता, नए साल में हो हर दिन फुल मस्ती का खजाना।
मिठाई खाओ, नाचो गाओ, नए साल की मस्ती में झूम जाओ।
हर ख्वाब पूरा हो, हर दिन हसीं हो, नए साल में आपकी जिंदगी चमकती रहे।
