नवरात्रि पर जीएसटी बचत उत्सव का ऐलान, पीएम मोदी का संदेश

जीएसटी बचत उत्सव की शुरुआत
जीएसटी बचत उत्सव: सोमवार को नवरात्रि का पर्व शुरू हुआ, और इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में जीएसटी दरों में की गई कटौती को 'जीएसटी बचत उत्सव' का नाम दिया है। पीएम मोदी ने इसे नीतिगत बदलाव से अधिक महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि यह त्योहार आर्थिक राहत, आध्यात्मिक नवीनीकरण और स्वदेशी वस्तुओं के लिए नई ऊर्जा लेकर आता है।
आर्थिक राहत का संदेश
प्रधानमंत्री ने बताया कि जीएसटी संरचना में बदलाव से त्योहारी मौसम में उपभोक्ताओं को लाभ होगा। इससे घरेलू आवश्यक वस्तुएं, परिधान और अन्य चीजों की खरीदारी पर बचत होगी। उन्होंने नागरिकों से अपील की कि वे स्थानीय व्यवसायों और घरेलू उत्पादन को बढ़ावा दें। पीएम मोदी ने कहा, 'इस नवरात्रि पर सचेत खरीदारी करें और स्वदेशी उत्पादों का समर्थन करें। यह केवल आर्थिक कदम नहीं, बल्कि हमारे स्वतंत्रता आंदोलन के स्वदेशी आदर्शों की पुष्टि भी है।'
नवरात्रि का आध्यात्मिक महत्व
आर्थिक संदेश के साथ-साथ, प्रधानमंत्री ने नवरात्रि के आध्यात्मिक महत्व पर भी जोर दिया। उन्होंने बताया कि नवरात्रि के पहले दिन, नागरिक मां शैलपुत्री की पूजा करें, जो देवी दुर्गा का पहला स्वरूप हैं। पीएम मोदी ने कहा कि इस दिन की पूजा से स्वास्थ्य, शक्ति और खुशी में वृद्धि होती है। उन्होंने यह भी कहा कि 'साहस, संयम और संकल्प के साथ यह पर्व हर व्यक्ति के जीवन में नई ऊर्जा और विश्वास लेकर आए। जय माता दी!'
इस बार नवरात्रि का यह शुभ अवसर बहुत विशेष है। GST बचत उत्सव के साथ-साथ स्वदेशी के मंत्र को इस दौरान एक नई ऊर्जा मिलने वाली है। आइए, विकसित और आत्मनिर्भर भारत के संकल्प की सिद्धि के लिए सामूहिक प्रयासों में जुट जाएं।
— Narendra Modi (@narendramodi) September 22, 2025
प्रधानमंत्री ने अपने संदेश में पंडित जसराज का भावपूर्ण भजन भी साझा किया और नागरिकों को अपने पसंदीदा भजन पोस्ट करने के लिए प्रोत्साहित किया। उन्होंने कहा कि इस प्रकार, नवरात्रि का त्योहार केवल आर्थिक या भौतिक दृष्टिकोण से ही नहीं, बल्कि आध्यात्मिक भक्ति और सांस्कृतिक जागरूकता के लिए भी महत्वपूर्ण है।