पंचायत वेब सीरीज़ सीजन 3: पीएम आवास योजना की सच्चाई

पंचायत वेब सीरीज़ का नया सीज़न
हाल ही में अमेज़न प्राइम वीडियो पर पंचायत वेब सीरीज़ का तीसरा सीज़न लॉन्च हुआ है। पिछले दो सीज़नों की तरह, इस बार भी यह सीज़न दर्शकों के बीच काफी चर्चा का विषय बना हुआ है। सोशल मीडिया पर पंचायत वेब सीरीज़ और इसके कलाकारों की बेहतरीन अदाकारी की सराहना की जा रही है। इस सीज़न में जगमोहन की अम्मा, दमयंती देवी, ने कहानी में एक नया मोड़ लाया है। वह पीएम आवास योजना के तहत घर पाने के लिए प्रयासरत हैं और सफल भी होती हैं। इस वेब सीरीज़ को देखने के बाद दर्शकों के मन में यह सवाल उठ रहा है कि क्या वास्तव में पीएम आवास योजना के तहत घर मिलना संभव है। आइए, हम इन सवालों के जवाब देने का प्रयास करते हैं।
पीएम आवास योजना के अंतर्गत, सरकार ने लाभार्थियों के लिए कुछ आवश्यक पात्रताएँ निर्धारित की हैं। इन पात्रताओं के आधार पर ही लाभार्थियों की पहचान की जाती है। इस योजना का लाभ उन परिवारों को दिया जाता है जिनके पास कोई पक्का मकान नहीं है और जो पहले से किसी अन्य सरकारी आवास योजना का लाभ नहीं ले रहे हैं। इस योजना के लिए आवेदन करने वाले परिवार का कोई सदस्य सरकारी नौकरी में नहीं होना चाहिए और वार्षिक आय 2 लाख रुपये से अधिक नहीं होनी चाहिए। 2011 की जनगणना सूची में जिन लोगों का नाम है, वे इस योजना का लाभ उठा सकते हैं।
भारत सरकार द्वारा संचालित पीएम आवास योजना दो श्रेणियों में चलती है: ग्रामीण और शहरी। ग्रामीण आवास योजना के तहत, सरकार 25 वर्ग मीटर का घर बनवाने के लिए लाभार्थियों को 1,20,000 रुपये की सहायता प्रदान करती है। यदि यह पर्वतीय क्षेत्र है, तो इस राशि में 10,000 रुपये की वृद्धि की जाती है, जिससे पर्वतीय क्षेत्रों के ग्रामीणों को 1,30,000 रुपये मिलते हैं। वहीं, शहरी आवास योजना के अंतर्गत, पक्का घर बनाने के लिए सरकार 1,50,000 रुपये की आर्थिक सहायता देती है। यह राशि लाभार्थियों को विभिन्न किस्तों में प्रदान की जाती है।