पति-पत्नी के रिश्ते में सुनने की कला से बढ़ती है खुशहाली

रिश्तों में सुधार के लिए सुनना है जरूरी
रिश्तों के टिप्स: जीवनसाथी के साथ अच्छे संबंध और पारिवारिक सुख अक्सर हमारी छोटी-छोटी आदतों पर निर्भर करते हैं। हाल ही में एक अध्ययन में यह पाया गया है कि जो पति अपनी पत्नियों की बातों को सुनते हैं और उनके विचारों को महत्व देते हैं, वे अपने जीवन में अधिक संतुष्ट और खुश रहते हैं। यह बात भी कही जाती है कि सुखी पत्नी का मतलब सुखी जीवन होता है, और अब इस बात को एक अध्ययन ने साबित कर दिया है।
अमेरिकी अध्ययन का खुलासा
अमेरिकन स्टडी में खुलासा
गॉटमैन इंस्टीट्यूट के शोधकर्ता डॉक्टर जॉन गॉटमैन ने इस तथ्य को उजागर किया है। उनका कहना है कि अटूट वैवाहिक जीवन पर वर्षों तक अध्ययन करने के बाद, वे नवविवाहितों को सलाह देते हैं कि वे अपनी पत्नियों को खुश रखें। इससे न केवल उनका पारिवारिक जीवन बेहतर होता है, बल्कि करियर में भी सफलता मिलती है।
पत्नी की भूमिका
कैसे पत्नी बन रही सफलता की सीढ़ी?
शादीशुदा पुरुषों के पेशेवर जीवन में पत्नियों की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। शोधकर्ताओं का कहना है कि पत्नियों का मार्गदर्शन अन्य की तुलना में अधिक प्रभावी होता है। इसलिए, उन्हें अपने विचार व्यक्त करने का अवसर देना आवश्यक है। वे आपके जीवन में सकारात्मकता लाती हैं और गलतियों पर सही समय पर ध्यान दिलाती हैं।
सकारात्मकता का महत्व
विरोध करना नहीं है फायदेमंद
रिश्तों के विशेषज्ञ जॉन गॉटमैन का कहना है कि पुरुषों को अपनी पत्नियों के विचारों को स्वीकार करना चाहिए और उनकी पारंपरिक सोच में बदलाव का विरोध नहीं करना चाहिए। गॉटमैन बताते हैं कि अक्सर पुरुष अनजाने में उनकी बातों का विरोध कर देते हैं, लेकिन अब समय आ गया है कि इसे बदला जाए। रोजमर्रा की जिंदगी में उनकी राय को महत्व देना और छोटे निर्णयों में उन्हें शामिल करना न केवल रिश्ते को मजबूत बनाता है, बल्कि पुरुष की खुशहाली और संतोष को भी बढ़ाता है।