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पति-पत्नी के लिए निवेश के स्मार्ट तरीके: टैक्स बचाने के उपाय

पति-पत्नी के लिए निवेश के स्मार्ट तरीके जानें, जो न केवल मुनाफा बढ़ाने में मदद करेंगे, बल्कि टैक्स बचाने के उपाय भी प्रदान करेंगे। इस लेख में हम पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम, PPF, FD और होम लोन के लाभों पर चर्चा करेंगे। जानें कैसे आप अपनी पत्नी के साथ मिलकर वित्तीय जिम्मेदारियों को साझा कर सकते हैं और अधिक लाभ कमा सकते हैं।
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साझा निवेश के लाभ

पति-पत्नी को मिलकर जीवन की सभी जिम्मेदारियों का सामना करना पड़ता है, जिसमें आर्थिक जिम्मेदारियां भी शामिल हैं। आज के समय में केवल कमाई करना ही पर्याप्त नहीं है; बल्कि उस आय का सही तरीके से निवेश करना और उसे बढ़ाना भी आवश्यक है। यदि आप अपनी पत्नी को अपनी निवेश यात्रा में शामिल करते हैं, तो इससे आपको अधिक लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं कुछ ऐसे स्मार्ट तरीके जिनसे आप न केवल अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं, बल्कि टैक्स में भी बचत कर सकते हैं।


पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम

यदि आप हर महीने एक निश्चित आय की तलाश में हैं और एकमुश्त निवेश करना चाहते हैं, तो पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (MIS) एक उत्कृष्ट विकल्प है। इसमें आप अधिकतम 9 लाख रुपये जमा कर सकते हैं, लेकिन यदि आप अपनी पत्नी के साथ एक संयुक्त खाता खोलते हैं, तो यह सीमा बढ़कर 15 लाख रुपये हो जाती है। इसका मतलब है कि आप हर महीने अधिक पैसे जमा करके अधिक ब्याज कमा सकते हैं। वर्तमान में, यह स्कीम 7.4% ब्याज दे रही है, जिससे आप हर महीने 9,250 रुपये और सालाना 1,11,000 रुपये कमा सकते हैं।


PPF से दोगुना लाभ

आप अपनी पत्नी की मदद से PPF का लाभ दोगुना कर सकते हैं। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) एक बेहतरीन दीर्घकालिक बचत योजना है जो टैक्स बचाने में भी सहायक होती है। इसमें एक व्यक्ति केवल एक ही PPF खाता खोल सकता है और हर साल अधिकतम 1.5 लाख रुपये जमा कर सकता है। हालांकि, यदि पति-पत्नी दोनों कमाते हैं, तो वे अपने नाम से अलग-अलग PPF खाते खोल सकते हैं। इस तरह, दोनों मिलकर सालाना 3 लाख रुपये तक जमा कर सकते हैं और दोनों को अपने-अपने निवेश पर अलग-अलग ब्याज मिल सकता है। वर्तमान में इस स्कीम पर 7.1% ब्याज मिल रहा है।


FD पर टैक्स बचत

फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) को सुरक्षित निवेश माना जाता है, लेकिन यदि इस पर मिलने वाला ब्याज सालाना 40,000 रुपये से अधिक है, तो TDS कटता है। आपकी पत्नी आपकी मदद कर सकती हैं। यदि आपकी पत्नी की आय टैक्स योग्य नहीं है, तो आप उनके नाम पर FD कराकर TDS कटौती से बच सकते हैं। इसके लिए उन्हें फॉर्म 15G भरना होगा। आप अपनी पत्नी को पहले धारक बनाकर संयुक्त FD भी करा सकते हैं।


होम लोन के लाभ

घर खरीदना हर किसी का सपना होता है और होम लोन इसे साकार करने में मदद करता है। यदि आप अपनी पत्नी को होम लोन के लिए सह-आवेदक बनाते हैं, तो आपको कई फायदे मिलते हैं। सह-आवेदक महिला होने पर बैंक अक्सर ब्याज दरों में छूट देते हैं, जिससे आपकी EMI कम हो सकती है। इसके अलावा, यदि दोनों पति-पत्नी कमाते हैं, तो संयुक्त ऋण लेने पर अधिक ऋण मिलने की संभावना भी बढ़ जाती है।


होम लोन पर टैक्स बचत

संयुक्त होम लोन का सबसे बड़ा लाभ आयकर में भारी कटौती है। यदि दोनों पति-पत्नी के पास संपत्ति है, तो दोनों सेक्शन 80C के तहत होम लोन के मूलधन (कुल 3 लाख रुपये) पर 1.5 लाख रुपये तक और सेक्शन 24B के तहत ब्याज पर 2 लाख रुपये तक की कटौती का दावा कर सकते हैं। इस तरह, आप दोनों मिलकर कुल 7 लाख रुपये तक टैक्स में बचत कर सकते हैं, जो एक महत्वपूर्ण राशि है।