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फरीदाबाद में जलभराव की समस्या के समाधान के लिए प्रशासनिक प्रयास

फरीदाबाद में जलभराव की समस्या को हल करने के लिए जिला प्रशासन ने एक विशेष अभियान शुरू किया है। उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि विभिन्न क्षेत्रों में जल निकासी व्यवस्था को मजबूत करने के लिए सफाई कार्य किए जा रहे हैं। इस अभियान में संवेदनशील क्षेत्रों की प्राथमिकता के साथ सफाई की जा रही है। प्रशासन ने बहुपरतीय रणनीति अपनाई है, जिसमें नालों की सफाई और अतिक्रमण हटाने के उपाय शामिल हैं। उपायुक्त ने नागरिकों से अपील की है कि वे जल निकासी व्यवस्था में सहयोग करें।
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फरीदाबाद में जलभराव की समस्या के समाधान के लिए प्रशासनिक प्रयास

विशेष अभियान का संचालन


फरीदाबाद में मानसून से पहले की तैयारियों के तहत, जिला प्रशासन जलभराव की समस्या के स्थायी समाधान के लिए एक विशेष अभियान चला रहा है। इस अभियान के अंतर्गत विभिन्न क्षेत्रों में जल निकासी व्यवस्था को मजबूत करने के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं।


संवेदनशील क्षेत्रों में सफाई अभियान

उपायुक्त विक्रम सिंह ने बताया कि शनिवार को सेक्टर-20, सेक्टर-48, संजय कॉलोनी और बडख़ल जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में नालों की सफाई और ड्रेनेज प्वाइंट्स को अवरोधमुक्त करने के लिए विशेष सफाई अभियान चलाया गया। इन क्षेत्रों में मानसून के दौरान जलभराव की संभावना को ध्यान में रखते हुए प्राथमिकता के आधार पर कार्य किए जा रहे हैं।


युद्धस्तर पर कार्यों का निष्पादन

उपायुक्त ने कहा कि बरसात के समय जलभराव की स्थिति को रोकने के लिए प्रशासन ने बहुपरतीय रणनीति अपनाई है। इसमें प्रमुख नालों की समयबद्ध सफाई, अतिक्रमण हटाना, पंपिंग स्टेशन की क्षमता बढ़ाना और जल निकासी प्रणाली को सुचारू बनाना शामिल है। नगर निगम की देखरेख में ये कार्य युद्धस्तर पर किए जा रहे हैं।


लापरवाही पर सख्त कार्रवाई

प्रमुख अंडरपास, मुख्य सड़कों और घनी बस्तियों में विशेष निगरानी रखी जा रही है ताकि बारिश के दौरान नागरिकों को जलभराव या ट्रैफिक जाम जैसी समस्याओं का सामना न करना पड़े। नगर निगम अधिकारियों को सफाई कार्यों की निगरानी के लिए प्रतिदिन फील्ड में जाने के निर्देश दिए गए हैं। उपायुक्त ने स्पष्ट किया कि जल निकासी कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही को गंभीरता से लिया जाएगा।


सामाजिक सहयोग की अपील

उपायुक्त ने आम जनता से अपील की कि वे नालों में कूड़ा न डालें और जल निकासी व्यवस्था में सहयोग करें। यदि कहीं जलभराव या रुकावट की स्थिति उत्पन्न होती है, तो तुरंत प्रशासन को सूचित करें। उन्होंने कहा कि प्रशासन और नागरिकों के संयुक्त प्रयासों से ही इस समस्या का स्थायी समाधान संभव है।