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बस्तर में विकास की नई लहर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की योजनाएं

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का बस्तर क्षेत्र तेजी से विकास की ओर बढ़ रहा है। 'नियद नेल्लानार' योजना के तहत, दूरदराज के गांवों में बुनियादी सुविधाएं, शिक्षा, और स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही हैं। नक्सल प्रभावित जिलों में सुरक्षा शिविरों की स्थापना और संचार साधनों में सुधार से गांवों की तस्वीर बदल रही है। जानें इस विकास यात्रा के बारे में और कैसे यह योजनाएं स्थानीय लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही हैं।
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बस्तर में विकास की नई लहर: मुख्यमंत्री विष्णु देव साय की योजनाएं

मुख्यमंत्री का नेतृत्व और विकास की दिशा

मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ का राज्य लगातार प्रगति की ओर बढ़ रहा है। राज्य सरकार आम जनता को सशक्त बनाने के लिए विभिन्न योजनाएं लागू कर रही है। इनमें से एक महत्वपूर्ण योजना 'नियद नेल्लानार' है, जो बस्तर क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। बस्तर के दूरदराज के गांव, जो पहले विकास की मुख्यधारा से दूर थे, अब नई संभावनाओं की ओर बढ़ रहे हैं।


नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा शिविर

मुख्यमंत्री साय का मानना है कि सुरक्षा शिविरों की स्थापना ही पर्याप्त नहीं है; शासन की संवेदनशीलता और विकास की किरणें भी आवश्यक हैं। इसी दृष्टिकोण के तहत बस्तर के पांच नक्सल प्रभावित जिलों में 54 नए सुरक्षा शिविर स्थापित किए गए हैं। इन शिविरों के आसपास के 327 गांवों को योजनाओं से जोड़ने का निर्णय लिया गया है।


शिक्षा में सुधार के लिए नई पहल

सरकार ने गांवों में शिक्षा के क्षेत्र में सुधार के लिए 31 नए प्राइमरी स्कूलों को मंजूरी दी है, जिनमें से 13 स्कूलों में कक्षाएं शुरू हो चुकी हैं। इसके अलावा, 185 आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थापना की गई है, जिससे बच्चों को पोषण और प्रारंभिक शिक्षा मिल रही है।


संचार और संपर्क साधनों में सुधार

मुख्यमंत्री साय के नेतृत्व में संचार साधनों को प्राथमिकता दी गई है। पहले जहां मोबाइल सिग्नल की कमी थी, वहां अब 119 मोबाइल टावरों की योजना बनाई गई है। इसके साथ ही, 144 हाई मास्ट लाइट्स की मंजूरी दी गई है, जिससे गांवों में रात के समय रोशनी बढ़ी है।


आधार कार्ड और अन्य सुविधाएं

अब तक 70,954 लोगों के आधार कार्ड बन चुके हैं, और 46,172 वृद्धजनों को एज सर्टिफिकेट जारी किए गए हैं। इसके अलावा, 11,133 लोगों का वोटर रजिस्ट्रेशन हुआ है, जिससे वे लोकतांत्रिक प्रक्रिया में भाग ले सकते हैं।


शासन और जनता के बीच नया रिश्ता

यह परिवर्तन केवल योजनाओं का संकलन नहीं है, बल्कि शासन और जनता के बीच एक नए भरोसे का रिश्ता है। अब ग्रामीण खुद विकास की निगरानी में भागीदार बन रहे हैं। यह बस्तर अब विश्वास और भागीदारी की ओर बढ़ रहा है।