बागवानी: तनाव कम करने का एक प्रभावी उपाय

बागवानी के लाभों पर नई रिसर्च
अमेरिका की यूसीएलए एक्सटेंशन और यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो-बोल्डर द्वारा किए गए अध्ययन में यह बात सामने आई है कि बागवानी केवल एक शौक नहीं है, बल्कि यह मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिए अत्यंत लाभकारी है। बागवानी करने से तनाव, चिंता और अवसाद को कम करने में मदद मिलती है।
बागवानी थेरेपी: एक वैज्ञानिक दृष्टिकोण
हॉर्टिकल्चरल थेरेपी इंस्ट्रक्टर कैरेन हेनी के अनुसार, बागवानी थेरेपी एक वैज्ञानिक विधि है, जिसमें पौधों और बागवानी से जुड़ी गतिविधियों का उपयोग मानसिक और शारीरिक उपचार के लिए किया जाता है।
रजिस्टर्ड हॉर्टिकल्चरल थेरेपिस्ट सारा थॉम्पसन ने बताया कि सप्ताह में 2-3 बार केवल 20 से 30 मिनट बागवानी करने से तनाव में कमी आती है और मूड में सुधार होता है। नियमित अभ्यास से इसके लाभ कई गुना बढ़ जाते हैं।
शोध में मिले अद्भुत परिणाम
यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोराडो-बोल्डर के शोधकर्ताओं ने दो समूहों पर अध्ययन किया। एक समूह को बागवानी की ट्रेनिंग और सामुदायिक गार्डनिंग प्लॉट दिया गया, जबकि दूसरे समूह को बागवानी से दूर रहने के लिए कहा गया।
नतीजे चौंकाने वाले थे: बागवानी करने वालों में तनाव का स्तर कम हुआ, सामाजिक जुड़ाव बढ़ा, और उनका फाइबर सेवन 7% तक बढ़ गया, जिससे विभिन्न बीमारियों का खतरा कम हुआ।
मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद
यूनिवर्सिटी ऑफ एक्सेटर और रॉयल हॉर्टिकल्चरल सोसाइटी की 2020 की रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि बागवानी करने वाले लोगों की मानसिक स्वास्थ्य स्थिति उन लोगों के समान होती है जो समृद्ध इलाकों में रहते हैं।
मिट्टी के माइक्रोब्स का योगदान
थॉम्पसन ने बताया कि बागवानी से सेरोटोनिन हार्मोन का स्तर बढ़ता है, जो खुशी से जुड़ा होता है। मिट्टी में मौजूद माइक्रोब्स मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।
बागवानी की एक खासियत यह है कि इसे किसी भी स्थान, उम्र या क्षमता के अनुसार अपनाया जा सकता है। यदि आप मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो बागवानी को अपनी दिनचर्या में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।