बिहार में ट्रेन टिकट विवाद: महिला और टीटीई के बीच तीखी बहस का वायरल वीडियो

बिहार में टिकट विवाद का वायरल वीडियो
Bihar Viral News : हाल ही में बिहार से एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें एक महिला और ट्रेन टिकट परीक्षक (टीटीई) के बीच तीखी बहस होती नजर आ रही है। इस वीडियो ने लोगों के बीच कई सवाल खड़े कर दिए हैं कि इस विवाद में गलती किसकी थी। आइए, इस मामले की पूरी जानकारी लेते हैं...
टिकट को लेकर हुआ विवाद
इस वायरल वीडियो में एक युवती ट्रेन के एसी कोच में खिड़की के पास बैठी हुई है, उसके कान में ईयरफोन हैं और मोबाइल चार्जिंग पर लगा हुआ है। तभी टीटीई वहां पहुंचता है और उससे टिकट दिखाने के लिए कहता है। महिला बार-बार कहती है कि टीटीई उसे बेवजह परेशान कर रहा है, लेकिन टीटीई अपनी मांग पर अड़ा रहता है।
मुझे यह वीडियो देख कर अच्छा लगा। दोनों पक्ष एकदम शिष्ट तरीके से फ़रका हो गए। कोई विवाद नहीं हुआ। मैडम (आरोप है कि #बिहार सरकार में अध्यापक हैं, पुष्टि नहीं हुई) ने कहा कि टिकट है, दिखाया नहीं। टीटीई ने "फालतू" कहा और जबान लड़ाया।
— डॉ रमाकान्त राय (@RamaKRoy) October 7, 2025
अध्यापक - 1
टीटीई - 0
pic.twitter.com/3E6PPYm7CM
सरकारी शिक्षक फिर भी बिना टिकट यात्रा
जब टीटीई कहता है कि "आप बिहार सरकार की सरकारी मास्टर हैं, फिर भी बिना टिकट यात्रा कर रही हैं", तो महिला जवाब देती है कि "आप मुझे परेशान करने की नीयत से ऐसा कर रहे हैं।" महिला यह भी कहती है कि वह जा रही है और टीटीई को परेशान नहीं होना चाहिए। बातचीत के दौरान महिला फोन पर किसी का नंबर डायल करने की कोशिश भी करती है।
बहस के दौरान माहौल बदलता है
जैसे-जैसे बहस बढ़ती है, महिला वीडियो रिकॉर्ड कर रहे मोबाइल को छीनने की कोशिश करती है। टीटीई बार-बार कहता है कि उसके पास टिकट नहीं है और वह अक्सर बिना टिकट यात्रा करती हैं, इसलिए उन्हें रोकना जरूरी है। अंत में, महिला नाराज होकर वहां से चली जाती है। हालांकि, वीडियो की सच्चाई और यह किस ट्रेन का है, इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है।
सोशल मीडिया पर बहस: कौन सही, कौन गलत?
इस वीडियो के वायरल होने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने तीखी प्रतिक्रियाएं दी हैं। कुछ लोग महिला का समर्थन कर रहे हैं, जबकि अन्य का कहना है कि यदि यही मामला किसी पुरुष यात्री से जुड़ा होता, तो उसे अब तक हिरासत में ले लिया गया होता। एक यूज़र ने कमेंट किया, "अगर यही काम कोई लड़का करता तो टीटीई अब तक जेल भेज चुका होता।" वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि टीटीई को विनम्रता से काम लेना चाहिए था, जबकि अन्य उसे ईमानदारी से काम करने वाला कर्मचारी बता रहे हैं।
किस ट्रेन या स्टेशन का है वीडियो?
यह मामला एक बार फिर इस सवाल को खड़ा करता है कि ट्रेन जैसे सार्वजनिक स्थानों पर टिकट जांच के दौरान अधिकारियों और यात्रियों के बीच संवाद का स्तर कैसा होना चाहिए। हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि वीडियो की सच्चाई क्या है और यह किस ट्रेन या स्टेशन का है, लेकिन यह वीडियो लोगों की सोच और व्यवस्था पर सवाल खड़े कर रहा है। अब यह देखना दिलचस्प होगा कि रेलवे प्रशासन इस मामले में क्या रुख अपनाता है।