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बिहार में बाढ़ थर्मल पावर प्लांट की तीसरी इकाई का सफल परीक्षण

बिहार के पटना में बाढ़ थर्मल पावर प्लांट की तीसरी इकाई का सफल परीक्षण संपन्न हुआ है। यह परियोजना राज्य की बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करने और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण है। पहले चरण में 1980 मेगावाट की उत्पादन क्षमता के साथ, यह परियोजना बिहार को निर्बाध और गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति सुनिश्चित करेगी। ऊर्जा मंत्री ने इसे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व की उपलब्धि बताया है।
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बिहार में बाढ़ थर्मल पावर प्लांट की तीसरी इकाई का सफल परीक्षण

बिहार में ऊर्जा क्षेत्र की नई उपलब्धि

बिहार समाचार: पटना में ऊर्जा क्षेत्र को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए, बाढ़ विद्युत ताप परियोजना के पहले चरण की तीसरी इकाई (660 मेगावाट) का सफल परीक्षण संपन्न हुआ। इस परियोजना का मुख्य उद्देश्य राज्य की बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करना और औद्योगिक विकास को बढ़ावा देना है। बाढ़ सुपर थर्मल पावर परियोजना की कुल उत्पादन क्षमता 3300 मेगावाट निर्धारित की गई है, जो दो चरणों में विभाजित है। पहले चरण में 660×3 मेगावाट (कुल 1980 मेगावाट) और दूसरे चरण में 660×2 मेगावाट (कुल 1320 मेगावाट) का विद्युत उत्पादन होगा।


पहले और दूसरे चरण की प्रगति

इस परियोजना के पहले चरण की पहली इकाई का कार्य नवंबर 2021 में पूरा हुआ, जबकि दूसरी इकाई का कार्य अगस्त 2023 में संपन्न हुआ। अब तीसरी इकाई का सफल संचालन भी हो चुका है। इस चरण के तहत 1980 मेगावाट उत्पादन क्षमता पूरी हो चुकी है, जिसमें से बिहार को 1110 मेगावाट बिजली प्राप्त होगी। वहीं, दूसरे चरण के तहत 660×2 मेगावाट (1320 मेगावाट) की इकाइयों का कार्य 2016 में पूरा किया गया, जिससे बिहार को 1136 मेगावाट अतिरिक्त बिजली मिल रही है।


बिहार के विकास में योगदान

बिजेंद्र प्रसाद यादव, ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बाढ़ थर्मल पावर प्लांट बिहार की ऊर्जा उपलब्धता को मजबूत करने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। उन्होंने यह भी बताया कि यह उपलब्धि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कुशल नेतृत्व और दूरदर्शिता के कारण संभव हुई है। मंत्री ने आगे कहा कि इस परियोजना के सफल कार्यान्वयन से राज्य को निर्बाध और गुणवत्ता वाली बिजली आपूर्ति सुनिश्चित होगी, जिससे औद्योगिक क्षेत्रों, कृषि, व्यापार और घरेलू उपभोक्ताओं को लाभ होगा।