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बेंगलुरु में चोर की अनोखी पारिवारिक कहानी: तीन पत्नियां और नौ बच्चे

बेंगलुरु में एक अनोखी चोरी की कहानी सामने आई है, जिसमें 36 वर्षीय बाबाजान की तीन पत्नियां और नौ बच्चे हैं। आर्थिक तंगी के चलते उसने चोरी का रास्ता अपनाया। पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया और उसके पास से सोने-चांदी के आभूषण बरामद किए। जानें इस चौंकाने वाली कहानी के बारे में और क्या जानकारी मिली है।
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बेंगलुरु में चोर की अनोखी पारिवारिक कहानी: तीन पत्नियां और नौ बच्चे

बेंगलुरु चोर का मामला

बेंगलुरु चोर का मामला: बेंगलुरु पुलिस ने इलेक्ट्रॉनिक सिटी क्षेत्र में एक ऐसे चोर को गिरफ्तार किया है, जिसकी पारिवारिक स्थिति जानकर सभी हैरान रह गए। 36 वर्षीय बाबाजान की तीन पत्नियां और नौ बच्चे हैं। वह बिना किसी स्थायी नौकरी के तीनों परिवारों का पालन-पोषण कर रहा था।


पुलिस के अनुसार, बाबाजान की पहली पत्नी शिकरिपाल्या (आनेकल के पास), दूसरी चिक्कबल्लापुर और तीसरी श्रीरंगपट्टनम में निवास करती हैं। वह नियमित रूप से इन तीनों परिवारों से संपर्क में रहता था और सभी की जिम्मेदारियों का बोझ उसी पर था। आय के अभाव में, बाबाजान ने चोरी का सहारा लिया ताकि वह अपने परिवारों का खर्च उठा सके।


सोने-चांदी की चोरी और गिरफ्तारी

सोने-चांदी की चोरी और गिरफ्तारी


हाल के समय में बेंगलुरु के विभिन्न क्षेत्रों में सोने और चांदी की चोरी की कई घटनाएं हुई थीं। ये चोरियां इतनी चतुराई से की गई थीं कि पुलिस को काफी समय तक कोई सुराग नहीं मिला। लेकिन एक घर में चोरी के बाद सीसीटीवी फुटेज और खुफिया जानकारी के आधार पर पुलिस ने बाबाजान पर संदेह किया।


इलेक्ट्रॉनिक सिटी थाना पुलिस ने बाबाजान को हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने कई चौंकाने वाले तथ्य उजागर किए। उसके पास से 188 ग्राम सोने के आभूषण, 550 ग्राम चांदी और 1500 रुपये नकद बरामद हुए। पुलिस ने बताया कि उसकी गिरफ्तारी से कुल 8 चोरी के मामलों का समाधान किया गया है।


चोरी का अकेला खिलाड़ी

चोरी का अकेला खिलाड़ी


एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'प्रारंभिक जांच से यह स्पष्ट होता है कि आर्थिक समस्याओं के कारण उसने चोरी करना शुरू किया। वह किसी अपराधी समूह का हिस्सा नहीं था, बल्कि अकेले ही सभी वारदातों को अंजाम देता था। उसने खुद को इस कदर कुशल बना लिया था कि उसे पकड़ना बेहद कठिन हो गया था।'


बाबाजान की कहानी केवल चोरी की नहीं है, बल्कि एक जटिल पारिवारिक जिम्मेदारी की भी है, जिसने उसे अपराध के मार्ग पर धकेल दिया। पुलिस अब यह पता लगाने में जुटी है कि उसने और कितनी चोरियां की हैं।