भारत का राष्ट्रीय फल आम: सांस्कृतिक महत्व और उत्पादन में वृद्धि

भारत का राष्ट्रीय फल आम
भारत का राष्ट्रीय फल आम, अपने मीठे स्वाद और समृद्ध सांस्कृतिक प्रतीकवाद के लिए प्रसिद्ध है। यह फल उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश, कर्नाटक, बिहार और महाराष्ट्र में बड़े पैमाने पर उगाया जाता है। आमों ने ऐतिहासिक रूप से देश की फल अर्थव्यवस्था में महत्वपूर्ण स्थान बनाए रखा है, जो किसानों और बाजारों के लिए इसकी महत्ता को दर्शाता है। भारत, अल्फांसो, दशहरी, लंगड़ा और केसर जैसी किस्मों के साथ, दुनिया का सबसे बड़ा आम उत्पादक है। यह फल न केवल एक व्यावसायिक फसल है, बल्कि भारतीय संस्कृति और व्यंजनों का एक अभिन्न हिस्सा भी है। आम का उपयोग अचार, मिठाइयों और जूस में किया जाता है। हालाँकि, हाल के समय में केले ने आमों को प्रतिस्पर्धा में चुनौती दी है।
केले का उत्पादन मूल्य
केले का उत्पादन मूल्य 12 साल में 88% पर आम का 37% ही बढ़ा
वित्त वर्ष | आम | केला |
2011-12 | 33.7 | 25 |
2012-13 | 37.6 | 23.9 |
2013-14 | 39.2 | 25.5 |
2014-15 | 39.2 | 29.6 |
2015-16 | 38.5 | 28.7 |
2016-17 | 41.2 | 31.4 |
2017-18 | 44.1 | 34.1 |
2018-19 | 43.9 | 34.6 |
2019-20 | 41.1 | 36 |
2020-21 | 42.0 | 39.4 |
2021-22 | 42.9 | 42.1 |
2022-23 | 43.2 | 45 |
2023-24 | 46.1 | 47 |
फलों का उत्पादन और जीवीओ
12 वर्षों में देश का फ्रूट जीवीओ 3.48 फीसदी की सालाना दर से बढ़ा
भारत में फल उत्पादन में तेजी से वृद्धि हो रही है। 2011-12 से 2023-24 के बीच, देश का कुल फ्रूट जीवीओ 3.48% की वार्षिक दर से बढ़ा है। संतरे का जीवीओ 2011-12 में 9,000 करोड़ रुपए से बढ़कर 2023-24 में 15,500 करोड़ रुपए हो गया। नींबू का जीवीओ 4,800 करोड़ रुपए से बढ़कर 12,300 करोड़ रुपए हो गया, जबकि अनार का जीवीओ 2,100 करोड़ रुपए से बढ़कर 9,200 करोड़ रुपए हो गया। केले और आम के अलावा, ये तीन फल अन्य फलों की श्रेणी में सबसे अधिक उत्पादन में शामिल हैं।