भारत में बोली जाने वाली प्रमुख भाषाएं: एक विस्तृत दृष्टिकोण

भारत की भाषाई विविधता
भारत में प्रमुख भाषाएं: भारत अपनी कला, संस्कृति और भाषाई विविधता के लिए विश्वभर में प्रसिद्ध है। यह जानकर कई लोग चकित होते हैं कि देश के विभिन्न हिस्सों में अलग-अलग भाषाएं बोली जाती हैं। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 2011 की जनगणना में भारत में 121 भाषाओं का उल्लेख किया गया है। हालाँकि, वर्तमान में कुछ राज्यों में भाषाई विवाद भी देखने को मिल रहे हैं।
भाषाई विवाद
महाराष्ट्र में हिंदी भाषा को लेकर विवाद बढ़ गया है, जिसमें हिंदी भाषी लोगों के साथ हिंसा की घटनाएं भी सामने आई हैं। कर्नाटक में भी इसी तरह की स्थिति बनी हुई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा कौन सी है? आइए, जानते हैं।
भारत में बोली जाने वाली शीर्ष 5 भाषाएं
भारत में बोली जाने वाली टॉप-5 भाषाएं:
हिंदी: इस सूची में हिंदी सबसे पहले आती है। यह भारत की राजभाषा है और सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है। हिंदी उत्तराखंड, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार आदि राज्यों में प्रमुखता से बोली जाती है। यह इंडो-आर्यन भाषा परिवार से संबंधित है और संस्कृत से विकसित हुई है। लगभग 44 प्रतिशत लोग इसे अपनी भाषा मानते हैं।
बंगाली: बंगाली दूसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा है, जो मुख्य रूप से पश्चिम बंगाल, त्रिपुरा और असम में बोली जाती है। भारत में लगभग 9 प्रतिशत लोग बंगाली का उपयोग करते हैं।
मराठी: महाराष्ट्र और गोवा में बोली जाने वाली मुख्य भाषा मराठी है, जिसका उपयोग लगभग 8 प्रतिशत लोग करते हैं।
तेलुगु: तेलुगु आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और पुडुचेरी की मुख्य भाषा है। यह एक द्रविड़ भाषा है और भारत में लगभग 6.7 प्रतिशत लोग इसे बोलते हैं।
तमिल: तमिल भाषा मुख्यतः तमिलनाडु और पुडुचेरी में बोली जाती है। यह दुनिया की सबसे प्राचीन जीवित भाषाओं में से एक है और इसकी जड़ें द्रविड़ भाषा से जुड़ी हैं। भारत में लगभग 6 प्रतिशत लोग तमिल बोलते हैं।