महिलाओं के लिए 35 के बाद के सुपरफ़ूड: सेहत को बनाए रखने के लिए जानें

महिलाओं के स्वास्थ्य में बदलाव और सुपरफ़ूड का महत्व
महिलाओं के लिए 35 वर्ष की उम्र के बाद कई शारीरिक, मानसिक और हार्मोनल परिवर्तन होते हैं। इस उम्र में हड्डियों का कमजोर होना, मेटाबॉलिज़्म का धीमा होना, हार्मोनल असंतुलन और थकान जैसी समस्याएं आम हो जाती हैं। ऐसे में, खान-पान पर ध्यान देना अत्यंत आवश्यक है। हरियाणा की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. शेहला जमाल के अनुसार, कुछ सुपरफ़ूड हैं जिनका नियमित सेवन महिलाओं की सेहत को बेहतर बना सकता है।
35 के बाद इन 3 सुपरफ़ूड का सेवन ज़रूर करें
सोयाबीन: सोयाबीन महिलाओं के लिए अत्यंत लाभकारी है। इसमें मौजूद आइसोफ्लेवोन्स हड्डियों को मज़बूत करने के साथ-साथ मूड स्विंग्स को भी नियंत्रित करते हैं। नियमित सोयाबीन का सेवन नींद की समस्याओं को भी दूर करता है और ऑस्टियोपोरोसिस से बचाव में मदद करता है।
कच्चा प्याज: डॉक्टरों का सुझाव है कि महिलाओं को रोज़ाना नींबू के रस में कच्चा प्याज मिलाकर खाना चाहिए। कच्चे प्याज में सल्फर यौगिक और एंटीऑक्सीडेंट होते हैं, जो एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन हार्मोन के स्तर को संतुलित करते हैं। यह विटामिन-सी का भी अच्छा स्रोत है, जो त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद है।
सफेद तिल: महिलाओं को प्रतिदिन 1 चम्मच कच्चे सफेद तिल का सेवन करना चाहिए। ये तिल भुने हुए नहीं होने चाहिए। सफेद तिल में कैल्शियम की प्रचुरता होती है, साथ ही यह फॉस्फोरस और ज़िंक का भी अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों की मजबूती के लिए आवश्यक हैं।
कुछ अन्य सुपर फ़ूड
- आंवला खाएँ।
- पालक खाएँ।
- किशमिश खाएँ।
- भिगोकर अखरोट खाएँ।
- अनार खाएँ।
- हल्दी का सेवन करें।