मिर्जापुर के आस-पास घूमने के लिए बेहतरीन स्थल
मिर्जापुर, जो हाथ से बने कालीनों के लिए प्रसिद्ध है, के आसपास कई अद्भुत स्थल हैं। इस लेख में, हम वाराणसी, सारनाथ, प्रयागराज और नौगढ़ डैम जैसे स्थानों की जानकारी साझा कर रहे हैं। ये स्थल न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण हैं, बल्कि प्राकृतिक सौंदर्य से भी भरपूर हैं। एक दिन की यात्रा में इन स्थलों का आनंद लें और अपनी यात्रा को यादगार बनाएं।
| Nov 21, 2025, 15:13 IST
मिर्जापुर: एक अद्भुत शहर
जब मिर्जापुर का नाम लिया जाता है, तो अधिकांश लोगों के मन में मिर्जापुर वेब सीरीज का ख्याल आता है। लेकिन इस शहर की एक और पहचान है, जो हाथ से बने कालीन और दरियों के उत्पादन में है। उत्तर प्रदेश में स्थित मिर्जापुर पहाड़ियों से घिरा हुआ एक खूबसूरत शहर है। यहां पर्यटकों के लिए घूमने की कुछ ही जगहें हैं, जबकि कई लोग इसके आस-पास की जगहों की खोज में निकलते हैं। इस लेख में, हम आपको मिर्जापुर के आसपास की कुछ अद्भुत जगहों के बारे में बताएंगे, जिन्हें आप एक दिन की यात्रा में देख सकते हैं।
वाराणसी
यदि आप मिर्जापुर के निकट किसी प्रसिद्ध स्थल पर जाना चाहते हैं, तो वाराणसी एक बेहतरीन विकल्प है। यह शहर धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है और इसकी सुंदरता अद्वितीय है।
गंगा नदी के किनारे बसा वाराणसी, काशी विश्वनाथ मंदिर, अस्सी घाट, दशाश्वमेध घाट, भारत माता मंदिर और मणिकर्णिका घाट जैसे स्थलों के लिए प्रसिद्ध है। यहां पर्यटक बोटिंग का आनंद भी ले सकते हैं।
सारनाथ
वाराणसी से लगभग 10 किमी की दूरी पर सारनाथ स्थित है, जो भारत का एक प्रमुख बौद्ध स्थल है। इसे आध्यात्मिक स्थलों में से एक माना जाता है।
यहां आप अशोक स्तंभ, धमेख स्तूप, थाई मंदिर और चौखंडी स्तूप जैसे बौद्ध स्थलों का दौरा कर सकते हैं। इसके अलावा, मूलगंध कुटी विहार और हिरण उद्यान भी देखने लायक हैं।
प्रयागराज
प्रयागराज, जिसे इलाहाबाद के नाम से भी जाना जाता है, उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर है। यह गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती नदी के संगम पर स्थित है और हिंदुओं के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है।
यहां कई ऐतिहासिक और खूबसूरत स्थल हैं, जैसे खुसरो बाग, त्रिवेणी संगम, चंद्रशेखर आजाद पार्क और प्रयागराज किला। आप त्रिवेणी संगम में स्नान का आनंद भी ले सकते हैं।
नौगढ़ डैम
चंदौली जिले में स्थित नौगढ़ डैम एक प्रमुख और खूबसूरत डैम है, जो चंद्रप्रभा वन्यजीव अभयारण्य में स्थित है। इसका निर्माण 1956 में हुआ था।
हालांकि इसका पानी मुख्य रूप से सिंचाई के लिए उपयोग किया जाता है, लेकिन यह एक पर्यटन स्थल के रूप में भी प्रसिद्ध है। यहां का प्राकृतिक सौंदर्य और वन्यजीवों की विविधता इसे खास बनाती है। वीकेंड पर कई लोग यहां पिकनिक मनाने आते हैं, और मानसून में इसकी खूबसूरती देखने लायक होती है।
