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मुजफ्फरनगर में 'प्रधानमंत्री चाय वाला' रेस्टोरेंट की अनोखी शुरुआत

उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में 'प्रधानमंत्री चाय वाला' नामक एक नया रेस्टोरेंट खुला है, जो अपने अनोखे नाम और उत्कृष्ट सफाई व्यवस्था के लिए चर्चा का विषय बना हुआ है। इसके मालिक अभिषेक पंवार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर इस नाम का चयन किया। रेस्टोरेंट में सभी खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा है, और यहां एक सेल्फी प्वाइंट भी है जो युवाओं को आकर्षित कर रहा है। जानें इस रेस्टोरेंट की कहानी और इसके पीछे की प्रेरणा।
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मुजफ्फरनगर में 'प्रधानमंत्री चाय वाला' रेस्टोरेंट की अनोखी शुरुआत

रेस्टोरेंट का अनोखा नाम और सफाई व्यवस्था

मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हाल ही में होटल और ढाबों के नामकरण को लेकर चर्चा तेज हो गई है। 'पंडित जी वैष्णो ढाबा' जैसे नामों के बीच, दिल्ली-देहरादून राष्ट्रीय राजमार्ग-58 पर स्थित गांव बढ़ेंडी में एक विशेष रेस्टोरेंट 'प्रधानमंत्री चाय वाला' ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया है।


इस रेस्टोरेंट के मालिक अभिषेक पंवार हैं, जो जयपुर, राजस्थान के निवासी हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से प्रेरित होकर अपने रेस्टोरेंट का नाम 'प्रधानमंत्री चाय वाला' रखा है। यह रेस्टोरेंट अन्य ढाबों की तरह दिखता है, लेकिन इसके अनोखे नाम और साफ-सफाई के कारण यह चर्चा का विषय बना हुआ है।


अभिषेक पंवार सभी सरकारी नियमों और खाद्य सुरक्षा मानकों का पालन करते हुए अपने रेस्टोरेंट का संचालन कर रहे हैं। यहां सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, यहां तक कि रसोई में भी कैमरे हैं, जिससे स्वच्छता पर विशेष ध्यान दिया गया है। इसके अलावा, 'आई लव मुजफ्फरनगर' नाम से एक सेल्फी प्वाइंट भी बनाया गया है, जो युवाओं को आकर्षित कर रहा है।


अभिषेक ने मीडिया से बातचीत में बताया कि वह बचपन से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) से जुड़े रहे हैं और प्रधानमंत्री मोदी की विचारधारा से प्रभावित हैं। इसी प्रेरणा से उन्होंने अपने रेस्टोरेंट का नाम 'प्रधानमंत्री चाय वाला' रखा। उन्होंने कहा, "बच्चों ने इस नाम का सुझाव दिया था, और तब से हम इसी नाम से रेस्टोरेंट चला रहे हैं।"


अभिषेक पहले चंडीगढ़ में कपड़ों का शोरूम चलाते थे, लेकिन व्यापार में घाटा होने के बाद उन्होंने रेस्टोरेंट व्यवसाय की ओर रुख किया। उन्होंने पहले अयोध्या में 'प्रधानमंत्री चाय वाला' नाम से रेस्टोरेंट खोला था, लेकिन राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण के कारण वह बंद हो गया। फिर भी, उन्होंने हार नहीं मानी और लगभग दो महीने पहले मुजफ्फरनगर में फिर से इसी नाम से रेस्टोरेंट की शुरुआत की।


अभिषेक का परिवार पिछले 30 वर्षों से फूड चेन के व्यवसाय में है। उनके दादाजी भी इसी पेशे में थे, और इस परंपरा को आगे बढ़ाते हुए अभिषेक ने अपने पारिवारिक व्यवसाय में नई शुरुआत की है। आज वे अपने 'प्रधानमंत्री चाय वाला' रेस्टोरेंट के साथ न केवल संतुष्ट हैं, बल्कि गर्व से इसे एक मिशन के रूप में आगे बढ़ा रहे हैं।