यमुनानगर में 15 फीट लंबे अजगर का सफल रेस्क्यू

यमुनानगर में अजगर की उपस्थिति
यमुनानगर के चिकन शहजाद गांव में एक 15 फीट लंबा अजगर देखकर ग्रामीण हैरान रह गए। रविवार की सुबह जब लोग खेतों की ओर बढ़े, तो उन्होंने घास में हलचल महसूस की। जब उन्होंने ध्यान से देखा, तो उन्हें विशाल अजगर नजर आया।
ग्रामीणों की प्रतिक्रिया
अचानक सांप को देखकर ग्रामीण घबरा गए और शोर मचाने लगे। कुछ ने डर के मारे अजगर पर कंकड़-पत्थर फेंकने शुरू कर दिए। अजगर पास के पॉपलर के पेड़ पर चढ़ गया और वहीं छिप गया। इस घटना की सूचना तुरंत वन विभाग को दी गई।
वन विभाग का रेस्क्यू ऑपरेशन
सूचना मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची, जिसमें हरीश कुमार और सुरेश कुमार शामिल थे। उन्होंने सावधानी से अजगर को रेस्क्यू किया और उसे कालेसर नेशनल पार्क के घने जंगलों में छोड़ दिया, जो गांव से लगभग 2 किलोमीटर दूर है।
अजगर का प्राकृतिक आवास से बाहर आना
वन्य प्राणी सुरक्षा विभाग के जिला निरीक्षक लीलू राम ने बताया कि यह अजगर बरसात के मौसम में बहने वाली नदी के साथ बहकर आबादी वाले इलाके में पहुंच गया था। यह घटना वन्य जीवों के प्राकृतिक आवास से बाहर आने का एक उदाहरण है।
बरसात के मौसम में अजगर की आमद
बरसात के मौसम में अक्सर वन्य जीव अपने प्राकृतिक आवास से बाहर निकल आते हैं। चिकन गांव के पास बहने वाली बरसाती नदी से यह अजगर खेतों की ओर आ गया। ग्रामीणों ने बताया कि अजगर की मौजूदगी आबादी से करीब 300–400 मीटर की दूरी पर थी।
अजगर की प्रजाति और सुरक्षा
यह प्रजाति आमतौर पर 25 से 40 साल तक जीवित रहती है और इंसानों पर हमला नहीं करती जब तक उसे उकसाया न जाए। वन विभाग की सक्रियता और समय पर रेस्क्यू ने एक बड़ी अनहोनी को टाल दिया।