यूपीआई सर्कल: एक साथ कई उपयोगकर्ताओं के लिए आसान भुगतान का तरीका

यूपीआई का परिचय
2016 में, भारत में यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI) को नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा पेश किया गया। UPI ने लेन-देन को बेहद सरल बना दिया है। चाहे आपको 10 रुपये की चीज खरीदनी हो या 10,000 रुपये का भुगतान करना हो, अब आपको किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा।
यूपीआई सर्कल की विशेषताएँ
अब UPI उपयोगकर्ताओं को यूपीआई सर्कल की सुविधा भी उपलब्ध है, जिससे एक ही समय में कई लोग इसका उपयोग कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि यूपीआई सर्कल का उपयोग कैसे किया जा सकता है।
एक UPI खाते का उपयोग कई लोग एक साथ कर सकते हैं। प्राइमरी यूजर को यूपीआई सर्कल में दो विकल्प मिलते हैं, जिससे वह सेकेंडरी यूजर को जोड़ सकता है। इसके लिए, प्राइमरी यूजर को सेकेंडरी यूजर को यूपीआई क्यूआर कोड स्कैन करने के लिए देना होगा या फिर उसे अपना मोबाइल नंबर दर्ज करके पूर्ण या आंशिक भुगतान प्रतिनिधिमंडल अधिकार देना होगा।
पूर्ण और आंशिक भुगतान प्रतिनिधिमंडल
पूर्ण भुगतान प्रतिनिधिमंडल का अर्थ है कि द्वितीयक उपयोगकर्ता को सभी अधिकार दिए जाते हैं। ऐसे में यदि वह कोई भुगतान करता है, तो प्राइमरी यूजर को केवल एक अधिसूचना प्राप्त होती है। वहीं, आंशिक भुगतान प्रतिनिधिमंडल में, द्वितीयक उपयोगकर्ता को भुगतान करने का अधिकार होता है, लेकिन उसे प्राइमरी यूजर की अनुमति की आवश्यकता होती है।
इसमें, जब आंशिक भुगतान प्रतिनिधिमंडल उपयोगकर्ता भुगतान करता है, तो प्राइमरी यूजर को नोटिफिकेशन प्राप्त होता है और उसे पिन डालना होता है, तभी भुगतान पूरा होता है।
यूपीआई सर्कल में लेन-देन की सीमा
यूपीआई सर्कल में सेकेंडरी यूजर्स के लिए लेन-देन की सीमा 15,000 रुपये तक निर्धारित की गई है। वे प्रति लेन-देन 5,000 रुपये तक का भुगतान कर सकते हैं। इसके अलावा, जिनके पास बैंक खाते या डेबिट कार्ड नहीं हैं, वे भी यूपीआई भुगतान कर सकेंगे।