योग के लाभ: क्या यह अकेले स्वास्थ्य के लिए पर्याप्त है?

योग के लाभों पर अध्ययन
योग के लाभों पर अध्ययन: लोग अक्सर स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए योग का सहारा लेते हैं, लेकिन हालिया शोध से पता चला है कि केवल योग करना शारीरिक फिटनेस के लिए पर्याप्त नहीं है। एडवांसेज इन इंटीग्रेटिव मेडिसिन नामक जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में बताया गया है कि योग लचीलापन और मानसिक शांति के लिए अत्यंत लाभकारी है, लेकिन यह समग्र स्वास्थ्य के लिए अकेले पर्याप्त नहीं है।
इस अध्ययन का मुख्य ध्यान हृदय स्वास्थ्य पर था, जो समग्र स्वास्थ्य का एक महत्वपूर्ण पहलू है। वैज्ञानिकों का कहना है कि हृदय को स्वस्थ रखने के लिए रक्त वाहिकाओं का लचीलापन आवश्यक है। यह लचीलापन हृदय रोग, उच्च रक्तचाप और रक्त थक्के जैसी समस्याओं से बचाने में मदद करता है। रक्त वाहिकाओं की कार्यक्षमता शरीर के हर हिस्से में ऑक्सीजन और रक्त पहुंचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
योग और अन्य व्यायामों की तुलना
योग के हृदय पर प्रभाव की तुलना अन्य व्यायामों से की गई
इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने योग के हृदय पर प्रभाव की तुलना अन्य प्रकार के व्यायामों से की। परिणाम बताते हैं कि पारंपरिक व्यायाम धमनियों की लचीलापन बढ़ाने में योग की तुलना में अधिक प्रभावी रहे। वहीं, योग के हृदय स्वास्थ्य पर प्रभाव के परिणाम मिश्रित रहे। दिलचस्प बात यह है कि योग के लाभ बुजुर्गों में अधिक स्पष्ट रूप से देखे गए, जबकि युवा वर्ग पर इसका प्रभाव सीमित था।
बुजुर्गों के लिए योग के लाभ
बुजुर्गों के लिए लाभदायक है योग
फिर भी, विशेषज्ञों ने योग को पूरी तरह से नकारा नहीं किया है। उनका मानना है कि योग भारतीय संस्कृति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और विशेष रूप से उन बुजुर्गों के लिए फायदेमंद है जो तीव्र या उच्च-तीव्रता वाले व्यायाम नहीं कर सकते। योग एक कोमल और सुरक्षित व्यायाम विधि है, जो शरीर को सक्रिय बनाए रखती है।
हालांकि, शोधकर्ताओं ने सुझाव दिया है कि केवल योग पर निर्भर रहने के बजाय इसे अन्य शारीरिक गतिविधियों के साथ मिलाना चाहिए। उनका कहना है कि किसी भी प्रकार की गतिविधि बेहतर है, बजाय इसके कि व्यक्ति पूरी तरह निष्क्रिय रहे। इसका मतलब है कि योग को एक संतुलित फिटनेस रूटीन का हिस्सा बनाना चाहिए, न कि इसे फिटनेस का एकमात्र आधार।