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राजकीय महाविद्यालय ने 31 टीबी मरीजों को गोद लिया, स्वास्थ्य विभाग की पहल

राजकीय महाविद्यालय ने टीबी उन्मूलन अभियान के तहत 31 टीबी मरीजों को गोद लिया है। प्राचार्य सत्यवान मलिक के नेतृत्व में, कॉलेज ने मरीजों को पौष्टिक आहार की किट प्रदान की, जिससे उन्हें मानसिक और आर्थिक सहायता मिलेगी। इस पहल में विभिन्न विभागों का सहयोग रहा है। जिले में अब तक 1250 टीबी मरीजों को गोद लिया गया है, और स्वास्थ्य विभाग टीबी मुक्त भारत के लक्ष्य की दिशा में प्रयासरत है। जानें इस महत्वपूर्ण पहल के बारे में अधिक जानकारी।
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राजकीय महाविद्यालय ने 31 टीबी मरीजों को गोद लिया, स्वास्थ्य विभाग की पहल

टीबी उन्मूलन में योगदान


  • 1250 टीबी के मरीजों को संस्थाओं ने गोद लिया : डॉ. जेके मान


(Jind News) जींद। राजकीय महाविद्यालय ने प्राचार्य सत्यवान मलिक की अगुवाई में टीबी उन्मूलन अभियान में 31 टीबी मरीजों को गोद लिया है। इन मरीजों को पौष्टिक आहार की किट प्रदान की गई है, जिससे उन्हें मानसिक और आर्थिक सहायता मिलेगी। प्राचार्य ने बताया कि महाविद्यालय हमेशा से सामाजिक कार्यों में सक्रिय रहा है। रोगियों को अपनी बीमारी से डरने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि उन्हें उचित देखभाल और निगरानी में अपना इलाज पूरा करना चाहिए।


उन्होंने बताया कि इस पहल में विभिन्न विभागों जैसे आइक्यूएसी, शारीरिक शिक्षा, इकोनॉमिक्स, संस्कृत, इंग्लिश, कॉमर्स, मास कम्युनिकेशन, लोक प्रशासन, केमिस्ट्री, कंप्यूटर, सोशियोलॉजी, जूलॉजी, साइकोलॉजी, हिंदी, फिजिक्स, ज्योग्राफी, डॉ. कृष्ण कुंडू, लेफ्टिनेंट पंकज बत्तरा, तारा और अन्य स्टाफ सदस्यों का विशेष योगदान रहा। इस अवसर पर कॉलेज से प्रो. ज्योति श्योराण, प्रो. कृष्ण कुंडू, प्रो. सीमा, प्रो. सोनू सिहाग, प्रो. कमलजीत और नागरिक अस्पताल से डिप्टी सीएमओ टीबी डॉ. जेके मान, कोमल देशवाल, संदीप गोयत आदि उपस्थित थे।


1250 टीबी के मरीजों को संस्थाओं ने गोद लिया : डॉ. जेके मान


क्षय रोग नोडल अधिकारी डॉ. जेके मान ने बताया कि जिले में अब तक 1250 टीबी मरीजों को विभिन्न संस्थाओं द्वारा गोद लिया गया है। उन्होंने अन्य संस्थाओं से भी इस नेक कार्य में शामिल होने की अपील की। सभी सामाजिक संस्थाओं, विभागों, जन प्रतिनिधियों और आम जनता को टीबी मुक्त अभियान में सहयोग करने की आवश्यकता है। जरूरतमंद मरीजों को गोद लेकर उन्हें ठीक होने तक पोषण सामग्री प्रदान की जानी चाहिए, ताकि टीबी मुक्त भारत का सपना साकार हो सके।


जिले को टीबी मुक्त करने के लिए स्वास्थ्य विभाग लगातार टीबी मरीजों के स्वास्थ्य का ध्यान रख रहा है। जिले में टीबी के मरीजों की संख्या 1991 है, जिनका उपचार जारी है। इनमें से कुछ मरीज आर्थिक रूप से कमजोर हैं, जिनकी देखभाल की जिम्मेदारी संस्थाओं को सौंपी गई है। सरकार टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत दिसंबर तक प्रदेश को टीबी मुक्त करने के लिए प्रयासरत है।