रुक्मिणी वसंत: कांतारा चैप्टर 1 की सफलता और उनके पिता की वीरता

कांतारा चैप्टर 1: रुक्मिणी वसंत की कहानी
Kantara Chapter 1: कन्नड़ फिल्म इंडस्ट्री की उभरती हुई अभिनेत्री रुक्मिणी वसंत इन दिनों अपनी फिल्म 'कांतारा: चैप्टर 1' की अपार सफलता का जश्न मना रही हैं। इस फिल्म का निर्देशन ऋषभ शेट्टी ने किया है, जिसमें उन्होंने राजकुमारी कांकवती का किरदार निभाया है, जिसे दर्शकों ने बहुत पसंद किया। हालांकि, रुक्मिणी की जिंदगी का एक और महत्वपूर्ण पहलू है, जो बहुत कम लोग जानते हैं। उनके पिता, कर्नल वासंथ वेणुगोपाल, कर्नाटक के पहले व्यक्ति थे जिन्हें शांति काल में वीरता के लिए भारत का सर्वोच्च सम्मान, अशोक चक्र, प्राप्त हुआ।
रुक्मिणी ने अपने करियर की शुरुआत 2019 में कन्नड़ फिल्म 'बीरबल' से की थी। लेकिन 2023 में आई रोमांटिक ड्रामा 'सप्त सागरदाचे एलो' ने उन्हें स्टार बना दिया। इस फिल्म में उनके प्रदर्शन ने उन्हें फिल्मफेयर क्रिटिक्स अवॉर्ड फॉर बेस्ट एक्ट्रेस - कन्नड़ दिलाया। उनकी प्रभावशाली एक्टिंग ने दर्शकों का दिल जीत लिया। रुक्मिणी के पिता, कर्नल वासंथ वेणुगोपाल, 9वीं बटालियन, माराठा लाइट इन्फैंट्री के कमांडिंग ऑफिसर थे। 31 जुलाई 2007 को जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में आतंकियों की घुसपैठ को रोकते हुए उन्होंने अपने प्राणों की आहुति दी।
कांतारा चैप्टर 1 में कांकवती का किरदार
जख्मी होने के बावजूद, उन्होंने अपनी टीम का नेतृत्व किया और सभी आतंकियों को मार गिराया। उनकी इस बहादुरी के लिए उन्हें मरणोपरांत अशोक चक्र से सम्मानित किया गया। कर्नल वेणुगोपाल का करियर 1988 में देहरादून के इंडियन मिलिट्री अकादमी से शुरू हुआ। 1989 में सेकंड लेफ्टिनेंट बने और 18 साल की सेवा में पठानकोट, सिक्किम, गांधीनगर, रांची, बैंगलोर और जम्मू-कश्मीर जैसे कई स्थानों पर तैनात रहे। 2004 में उन्हें लेफ्टिनेंट कर्नल के पद पर पदोन्नत किया गया।
300 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई
रुक्मिणी ने अपने पिता को खोने के दर्द को कई बार साझा किया है। उन्होंने कहा, 'मैं छोटी थी जब पापा गए। मां की जिंदगी पूरी तरह बदल गई, लेकिन उन्होंने अपने दुख को ताकत में बदला और दूसरों की मदद की। यह देखकर मुझे समाज सेवा और दुख को सकारात्मक दिशा में बदलने की प्रेरणा मिली। 'कांतारा: चैप्टर 1' ने विश्व स्तर पर 300 करोड़ रुपये से अधिक की कमाई की है। यह इस साल की पहली कन्नड़ फिल्म है जिसने यह आंकड़ा पार किया। ओपनिंग वीकेंड में यह केजीएफ चैप्टर 2 के बाद दूसरी सबसे बड़ी कन्नड़ फिल्म रही।