सर्दियों में गर्माहट और पोषण के लिए 3 हाई-प्रोटीन सूप
सर्दियों में सूप का महत्व
जैसे-जैसे ठंड का मौसम आता है, शरीर को गर्म रखने और ऊर्जा प्रदान करने वाले खाद्य पदार्थों की आवश्यकता बढ़ जाती है। सुबह और शाम की ठिठुरन अक्सर भूख को बढ़ा देती है, जिससे लोग त्वरित लेकिन कम पोषक स्नैक्स की ओर आकर्षित हो जाते हैं।
इस स्थिति में, सूप न केवल शरीर को गर्म रखते हैं, बल्कि पोषण और प्रोटीन की अच्छी मात्रा भी प्रदान करते हैं। भोपाल की न्यूट्रिशनिस्ट और हेल्थ कोच रेणु राकेजा ने तीन स्वादिष्ट और पौष्टिक हाई-प्रोटीन सूप साझा किए हैं।
मटर पनीर क्रीमी सूप
यह सूप हरे मटर और पनीर का संयोजन है, जो प्रोटीन से भरपूर है। इसकी क्रीमी बनावट इसे सर्दियों में बेहद सुखद बनाती है। इसमें हल्के मसालों के साथ प्याज, लहसुन और वेजिटेबल स्टॉक का उपयोग किया जाता है, जो स्वाद को संतुलित करता है। पनीर के मिश्रण से सूप में गाढ़ापन आता है, और पुदीने तथा नींबू की कुछ बूंदें इसे ताजगी प्रदान करती हैं। यह सूप दो लोगों के लिए लगभग 22 ग्राम प्रोटीन देता है।
टोफू और वेजिटेबल सूप
डेयरी से परहेज करने वालों के लिए, टोफू और सब्जियों का यह सूप एक बेहतरीन हाई-प्रोटीन विकल्प है। टोफू को हल्की इटैलियन सीजनिंग के साथ मेरिनेट कर सुनहरा भूनने के बाद इसमें वेजिटेबल स्टॉक, टमाटर, मशरूम, मटर और कैप्सिकम मिलाए जाते हैं। इसकी हल्की खटास और सब्जियों का प्राकृतिक स्वाद इसे संतुलित बनाता है। इसमें मौजूद टोफू लगभग 20 ग्राम प्रोटीन प्रदान करता है। ऊपर से थोड़ा परमेजन डालने से इसका स्वाद और भी बढ़ जाता है।
मसूर मोरिंगा शोरबा
मसूर दाल और मोरिंगा (सहजन पत्तियां) का यह संयोजन सर्दियों में इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए बहुत फायदेमंद है। इसमें दालचीनी, लौंग और काली मिर्च जैसे हल्के मसालों का उपयोग किया जाता है, जो न केवल स्वाद बढ़ाते हैं बल्कि शरीर को गर्म रखने में भी मदद करते हैं। प्रेशर-कुक की गई दाल और ताजा मोरिंगा पत्तियों का यह शोरबा लगभग 14 ग्राम प्रोटीन प्रदान करता है। नींबू की कुछ बूंदें इसे हल्का और सुगंधित बनाती हैं।
सर्दियों में हाई-प्रोटीन सूप का महत्व
ठंड के मौसम में शरीर को अतिरिक्त ऊर्जा की आवश्यकता होती है, जिससे मेटाबॉलिज्म सक्रिय रहता है और शरीर गर्मी बनाए रखता है। प्रोटीन से भरपूर सूप लंबे समय तक भूख को नियंत्रित करते हैं, जिससे अनहेल्दी स्नैक्स खाने की आदत कम होती है। गर्म तरल का सेवन रक्त प्रवाह को बेहतर बनाता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी मजबूत करता है। इसलिए ये तीनों सूप ठंड में पोषण, गर्माहट और ताजगी देने का आदर्श विकल्प हैं।
न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह
रेणु राकेजा का कहना है कि सूप तभी फायदेमंद होते हैं जब उनमें प्राकृतिक सामग्री का उपयोग किया जाए और अनावश्यक क्रीम या भारी मसालों से बचा जाए। उनका मानना है कि सर्दियां नई रेसिपीज के साथ प्रयोग करने का सही समय होती हैं। ऐसे हाई-प्रोटीन सूप न केवल पोषक होते हैं, बल्कि उन्हें बनाना भी आसान है। रोजाना शाम की दिनचर्या में इनका शामिल होना बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी के लिए फायदेमंद हो सकता है।
