Newzfatafatlogo

सीईटी 2025 परीक्षा का सफल आयोजन, प्रशासन ने की सराहनीय व्यवस्थाएं

सीईटी 2025 परीक्षा का आयोजन जींद में सफलतापूर्वक हुआ, जिसमें प्रशासन ने सुरक्षा और पारदर्शिता का पूरा ध्यान रखा। दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान की गईं, और बस स्टैंड पर भी आवश्यक व्यवस्थाएं की गईं। हालांकि, कुछ परीक्षार्थियों ने प्रश्न पत्र वितरण में अनियमितता की शिकायत की। जानें इस परीक्षा के बारे में और क्या खास रहा।
 | 
सीईटी 2025 परीक्षा का सफल आयोजन, प्रशासन ने की सराहनीय व्यवस्थाएं

सीईटी परीक्षा का शांतिपूर्ण संपन्न होना

जिला जींद में हरियाणा स्टाफ सिलेक्शन कमीशन द्वारा आयोजित सीईटी परीक्षा का दूसरा दिन शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ। परीक्षा में कुछ छोटी-मोटी समस्याएं आईं, लेकिन कोई गंभीर मुद्दा नहीं उठा। प्रशासन ने सुरक्षा और पारदर्शिता के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए।


परीक्षार्थी के लिए विशेष व्यवस्था

हिसार जिले के बहबलपुर गांव के रामधन को परीक्षा के लिए समय पर पहुंचने में कठिनाई हुई। वह जींद बस अड्डे पर दो बजकर दो मिनट पर पहुंचे, जबकि उनका परीक्षा केंद्र दालमवाला पब्लिक स्कूल था। जीएम राहुल जैन ने अपनी गाड़ी भेजकर रामधन को समय पर परीक्षा केंद्र पहुंचाने का निर्देश दिया।


प्रश्न पत्र वितरण में अनियमितता

दालमवाला पब्लिक स्कूल में कुछ परीक्षार्थियों ने प्रश्न पत्र की सील चेक किए बिना पेपर बांटने पर आपत्ति जताई। प्रवीन नामक एक परीक्षार्थी ने एचएसएससी चेयरमैन को शिकायत की, जिसमें बताया गया कि नियमों के अनुसार प्रश्न पत्र बांटने से पहले उसकी सील चेक करना आवश्यक है।


दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए सुविधाएं

सीईटी परीक्षा 2025 में दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए विशेष सुविधाएं प्रदान की गईं। परीक्षा केंद्रों पर व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई और सभी परीक्षार्थियों के लिए निशुल्क परिवहन की सुविधा उपलब्ध कराई गई।


बस स्टैंड पर सुविधाएं

जिला प्रशासन ने बस स्टैंड पर परीक्षार्थियों के लिए विश्राम स्थल, स्वच्छ पेयजल और शौचालय जैसी सुविधाएं सुनिश्चित की। दिव्यांग परीक्षार्थियों के लिए अतिरिक्त व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई।


डीसी का बयान

डीसी मोहम्मद इमरान रजा ने कहा कि सभी परीक्षार्थियों को सुरक्षित और सम्मानजनक वातावरण में परीक्षा देने का अवसर मिला। सभी संबंधित विभागों ने मिलकर काम किया जिससे परीक्षार्थियों को कोई असुविधा नहीं हुई।