सोने और चांदी की कीमतों में गिरावट: जानें ताजा रेट्स

सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट
सोने और चांदी की कीमतें आज: रविवार को सोने और चांदी की कीमतों में कमी आई है। सोने की कीमत में 200 रुपये तक की गिरावट आई है, जिससे निवेशकों और ग्राहकों को थोड़ी राहत मिली है। हालांकि, चांदी के दाम अभी भी ऊंचे बने हुए हैं। आइए जानते हैं आज देशभर में सोने और चांदी के ताजा रेट और इसके पीछे के कारण।
रविवार, 14 सितंबर को सोने की कीमतों में गिरावट देखी गई है। देश में 22 कैरेट सोने का भाव 1,01,900 रुपये और 24 कैरेट सोने का भाव 1,11,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास है। मुंबई में 24 कैरेट सोना 1,11,170 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 1,01,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर उपलब्ध है। वहीं, चांदी की कीमत 1,32,900 रुपये प्रति किलोग्राम है।
दूसरे शहरों में सोने के रेट
आज विभिन्न शहरों में सोने की कीमतें इस प्रकार हैं:
शहर | 22 कैरेट सोना (₹ प्रति 10 ग्राम) | 24 कैरेट सोना (₹ प्रति 10 ग्राम) |
दिल्ली | 1,02,000 | 1,11,320 |
चेन्नई | 1,01,900 | 1,11,220 |
मुंबई | 1,01,900 | 1,10,220 |
कोलकाता | 1,01,900 | 1,10,220 |
जयपुर | 1,02,000 | 1,11,320 |
नोएडा | 1,02,000 | 1,11,320 |
गाजियाबाद | 1,02,000 | 1,11,320 |
लखनऊ | 1,02,000 | 1,11,320 |
बेंगलुरु | 1,01,900 | 1,11,220 |
पटना | 1,01,900 | 1,11,220 |
चांदी की कीमतों में तेजी
जहां सोने की कीमतों में थोड़ी गिरावट आई है, वहीं चांदी की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। ब्रोकर फर्म मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज (MOFSL) की रिपोर्ट के अनुसार, "अगले 12 महीनों में चांदी की कीमत 1.5 लाख रुपये प्रति किलो तक पहुंच सकती है।" इस वर्ष अब तक चांदी ने एमसीएक्स पर लगभग 37% रिटर्न दिया है, जो शेयर बाजार और अन्य निवेश विकल्पों से अधिक है।
सोने की कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण
भारत में सोने की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं:
1. अंतरराष्ट्रीय बाजार के रेट: सोने का आयात मुख्यतः विदेशों से होता है, इसलिए विदेशी बाजारों में उतार-चढ़ाव का सीधा असर भारत पर पड़ता है।
2. रुपया-डॉलर विनिमय दर: जब रुपया डॉलर के मुकाबले कमजोर होता है, तो सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं।
3. सरकारी टैक्स और आयात शुल्क: केंद्र और राज्य सरकारों के टैक्स भी सोने की खुदरा कीमत को प्रभावित करते हैं।
4. मांग और आपूर्ति: शादी-ब्याह और त्योहारों के समय सोने की मांग बढ़ने से कीमतें ऊपर जाती हैं।