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सोशल मीडिया पर फर्जी स्वास्थ्य बीमा संदेशों से रहें सावधान

सोशल मीडिया पर स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा मुफ्त स्वास्थ्य बीमा देने के फर्जी संदेशों की पुष्टि की गई है। पीआईबी फैक्ट चेक ने इसे गलत बताया है। ऐसे संदेशों से धोखाधड़ी का शिकार होने से बचने के लिए सत्यापित स्रोतों से जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है। यदि आपको कोई संदिग्ध संदेश या वीडियो मिलता है, तो उसे पीआईबी को भेजकर सत्यता की जांच कराएं। इस लेख में जानें कि कैसे आप इन फर्जी संदेशों से बच सकते हैं और सही जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
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सोशल मीडिया पर फर्जी स्वास्थ्य बीमा संदेशों से रहें सावधान

स्वास्थ्य मंत्रालय का फर्जी संदेश


भारत के स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा 50 वर्ष से अधिक उम्र के व्यक्तियों को मुफ्त स्वास्थ्य बीमा देने की सूचना सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। यदि आप अपने फोन पर इस तरह का संदेश देखते हैं, तो तुरंत सतर्क हो जाएं। यह संदेश गलत साबित हुआ है। पीआईबी फैक्ट चेक ने इसे फर्जी बताया है। केंद्र सरकार की ओर से ऐसा कोई कार्यक्रम नहीं चलाया जा रहा है और न ही किसी मंत्री ने इस बारे में कोई आधिकारिक बयान दिया है।


धोखाधड़ी के मामलों में वृद्धि

सोशल मीडिया पर कुछ लोग बड़े चैनलों के लोगो का उपयोग करके गलत जानकारी फैला रहे हैं। इससे कई लोग धोखाधड़ी का शिकार हो जाते हैं, और कुछ मामलों में बैंक धोखाधड़ी भी होती है। ये लोग अपने पोस्ट में प्रधानमंत्री और अन्य मंत्रियों की तस्वीरें लगाते हैं ताकि लोग इसे सच मान लें। इसलिए, यह महत्वपूर्ण है कि आप केवल सत्यापित स्रोतों से ही जानकारी प्राप्त करें। ऐसा करने से आप धोखाधड़ी से बच सकते हैं और सही जानकारी समय पर प्राप्त कर सकते हैं।


फर्जी वीडियो की पहचान कैसे करें?

यदि आपको भारत सरकार से संबंधित कोई फॉरवर्डेड संदेश या वीडियो प्राप्त होता है, और आपको संदेह है कि यह फर्जी हो सकता है, तो तुरंत इसे पीआईबी को भेजें और फैक्ट चेक कराएं। आपको यह फोटो या वीडियो पीआईबी फैक्ट चेक व्हाट्सएप नंबर +91 8799711259 पर भेजना होगा। इसके बाद इसकी सत्यता की जांच की जाएगी और आपको जानकारी दी जाएगी। आप इस वीडियो या फोटो को व्हाट्सएप के अलावा Factcheck@pib.gov.in पर ईमेल के माध्यम से भी भेज सकते हैं। इस तरह, आपका एक फॉरवर्ड कई लोगों को गुमराह होने से बचा सकता है।