स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए प्रेरणादायक कार्यशाला का आयोजन
विश्व उद्यमिता दिवस के अवसर पर संत विवेकानंद मिलेनियम स्कूल में 'आत्मनिर्भर भारत' विषय पर एक प्रेरणादायक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में छात्रों को स्वदेशी उत्पादों के महत्व और आत्मनिर्भरता के बारे में जानकारी दी गई। प्राचार्य डॉ. पियूष पुंज ने वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में आत्मनिर्भरता की आवश्यकता पर जोर दिया। मुख्य वक्ता श्री अनीकेत भारद्वाज ने अपने उद्यमिता के अनुभव साझा किए और छात्रों को अपने जुनून का अनुसरण करने के लिए प्रेरित किया।
Aug 22, 2025, 20:33 IST
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विश्व उद्यमिता दिवस पर कार्यशाला का आयोजन
चंडीगढ़ समाचार: विश्व उद्यमिता दिवस के अवसर पर, संत विवेकानंद मिलेनियम स्कूल में 'आत्मनिर्भर भारत' विषय पर एक प्रेरणादायक कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य था 'स्वदेशी अपनाओ, स्वावलंबी भारत बनाओ।'
स्कूल के प्राचार्य डॉ. पियूष पुंज ने वैश्विक आर्थिक परिदृश्य में आत्मनिर्भरता के महत्व पर प्रकाश डाला। उन्होंने 'ऑपरेशन सिंदूर' का उदाहरण देते हुए बताया कि कई देश, जिन्हें भारत ने व्यापारिक लाभ पहुँचाया, संकट के समय भारत के साथ नहीं खड़े हुए।
यह कार्यक्रम स्वदेशी उत्पादों और स्थानीय उद्यमियों को समर्थन देने की आवश्यकता को उजागर करता है। उन्होंने छात्रों से स्वावलंबी भारत अभियान में सक्रिय भागीदारी की अपील की। उनका जोशीला नारा 'जब बाजार जाएंगे, सामान स्वदेशी लाएंगे' ने सभी को देशभक्ति और ऊर्जा से भर दिया।
कार्यशाला के मुख्य वक्ता श्री अनीकेत भारद्वाज, जो Zadd Automative के संस्थापक और सीईओ हैं, ने अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने एक साधारण शुरुआत से एक सफल उद्यमी के रूप में अपनी पहचान बनाई। उनकी उपलब्धियों पर आधारित एक वीडियो प्रस्तुति ने छात्रों को प्रेरित किया। इसके बाद, उन्होंने उद्यमिता से जुड़े व्यावहारिक अनुभवों, अवसरों और चुनौतियों पर चर्चा की और छात्रों को अपने जुनून का अनुसरण करने के लिए प्रेरित किया।
छात्रों ने इस सत्र को 'सूचनात्मक, प्रेरणादायक और अत्यंत लाभकारी' बताया। छात्राओं त्रिशी और सिद्धि ने व्यापार पर नए विचार साझा किए, जबकि नैतिक ने उद्यम रणनीति से जुड़े गंभीर प्रश्न पूछे। उल्लेखनीय है कि विवेकानंद स्कूल के छात्र पहले से ही उद्यमशीलता की दिशा में सक्रिय हैं और पिछले कुछ वर्षों से छात्र-नेतृत्व में एक गैर-लाभकारी कंपनी का संचालन कर रहे हैं, जो नवाचार और राष्ट्र निर्माण के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है।