Newzfatafatlogo

हरियाणा मंडी भाव: सिरसा में फसलों के नवीनतम मूल्य

हरियाणा के सिरसा मंडी में फसलों के नवीनतम भावों की रिपोर्ट में नरमा और कपास की कीमतें उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं, जबकि गेहूं और बाजरे के भाव कम बने हुए हैं। यह जानकारी किसानों के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे उन्हें अपनी फसल बेचने का सही समय और स्थान निर्धारित करने में मदद मिलती है। जानें प्रमुख फसल रेट और किसानों के लिए क्या होनी चाहिए रणनीति।
 | 
हरियाणा मंडी भाव: सिरसा में फसलों के नवीनतम मूल्य

सिरसा मंडी के फसल भाव

हरियाणा मंडी भाव: सिरसा मंडी के फसल मूल्य जानें: हाल ही में जारी रिपोर्ट में हरियाणा के किसानों को राहत और चिंता दोनों का सामना करना पड़ा है। नरमा और कपास की कीमतें उच्चतम स्तर पर पहुंच गई हैं, जबकि गेहूं और बाजरे के भाव अपेक्षाकृत कम बने हुए हैं। मंडी में फसलों की अधिक आवक के कारण (mandi bhav Haryana) में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है।


किसानों के लिए यह जानकारी अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि इससे उन्हें अपनी फसल बेचने का सही समय और स्थान निर्धारित करने में सहायता मिलती है। सिरसा मंडी राज्य की सबसे सक्रिय मंडियों में से एक मानी जाती है, जहां प्रतिदिन हजारों क्विंटल फसलें खरीदी और बेची जाती हैं।


मुख्य फसल रेट जानें Mandi Bhav Haryana



  • इस दिन के (Sirsa mandi rates) कुछ प्रमुख भाव इस प्रकार रहे:

  • नरमा: ₹7000 से ₹7980 प्रति क्विंटल (narma price today)

  • कपास: ₹6500 से ₹7000 प्रति क्विंटल (cotton mandi rate)

  • सरसों: ₹5500 से ₹6750 प्रति क्विंटल (mustard price Haryana)

  • चना: ₹4500 से ₹5780 प्रति क्विंटल (chana mandi bhav)

  • मूंग: ₹5000 से ₹5750 प्रति क्विंटल (moong mandi bhav)

  • अरंडी: ₹5200 से ₹5685 प्रति क्विंटल (castor seed rate)

  • गुवार: ₹4000 से ₹4890 प्रति क्विंटल (guar mandi bhav)

  • गेहूं: ₹2000 से ₹2590 प्रति क्विंटल (wheat mandi rate)

  • बाजरा: ₹1800 से ₹2000 प्रति क्विंटल (bajra mandi bhav)

  • इन भावों से यह स्पष्ट है कि तिलहन और दलहन की कीमतों में स्थिरता बनी हुई है, जबकि अनाज की कीमतों में थोड़ी गिरावट देखी गई है।


किसानों के लिए क्या है रणनीति?


मंडी में भावों का उतार-चढ़ाव किसानों के लिए एक संकेत है कि उन्हें कब और कैसे अपनी फसल बेचनी चाहिए। (crop prices Sirsa) की जानकारी से वे बेहतर निर्णय ले सकते हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि नरमा और कपास की कीमतें आने वाले दिनों में और बढ़ सकती हैं, जिससे किसानों को अच्छा लाभ मिल सकता है।


वहीं, गेहूं और बाजरे की कीमतें फिलहाल स्थिर हैं, इसलिए इन्हें स्टोर करके बाद में बेचना एक बेहतर रणनीति हो सकती है। मंडी भाव की नियमित जानकारी किसानों को बाज़ार की चाल समझने में मदद करती है और उन्हें नुकसान से बचाती है।