उत्तर प्रदेश में बीजेपी नेता गुलफाम सिंह यादव की रहस्यमय मौत: क्या है पूरा मामला?
बीजेपी नेता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
उत्तर प्रदेश के संभल जिले में एक बीजेपी नेता की रहस्यमय तरीके से मौत हो गई है। जानकारी के अनुसार, गुलफाम सिंह यादव को जहर का इंजेक्शन देकर मारा गया है। यह घटना सोमवार दोपहर लगभग 1 बजे की है, जब वह अपने घर पर चारपाई पर बैठे थे।
जहर देकर भागे हमलावर
गवाहों के अनुसार, दो अज्ञात व्यक्ति मोटरसाइकिल पर आए और यादव के पास जाकर उनमें से एक ने उनके पेट में ज़हरीला पदार्थ इंजेक्ट कर दिया। इससे पहले कि परिवार के सदस्य कुछ समझ पाते, हमलावर अपनी बाइक पर सवार होकर वहां से भाग गए। घटना के बाद, परिवार ने यादव को जुनावई के सरकारी अस्पताल पहुंचाया, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें अलीगढ़ रेफर कर दिया। हालांकि, रास्ते में ही उनकी मौत हो गई।
मौत के समय की जानकारी
सर्किल ऑफिसर (गुन्नौर) दीपक तिवारी ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि गुलफाम सिंह यादव जुनावई थाना क्षेत्र के दफ़्तारा गांव में अपने खेत पर बैठे थे, तभी मोटरसाइकिल पर तीन लोग आए और उन्हें कोई नशीला पदार्थ पिलाकर भाग गए। उन्होंने कहा कि यादव को इलाज के लिए अलीगढ़ ले जाया जा रहा था, लेकिन रास्ते में ही उनकी मौत हो गई। फिलहाल, पीड़ित परिवार की ओर से कोई औपचारिक शिकायत दर्ज नहीं की गई है और मामले की जांच के लिए एक पुलिस टीम गठित की गई है।
गुलफाम सिंह यादव की राजनीतिक पृष्ठभूमि
गुलफाम सिंह यादव को क्षेत्र में एक प्रमुख राजनीतिक व्यक्ति माना जाता था, जिनका सक्रिय राजनीति में तीन दशकों से अधिक का अनुभव था। 2004 में, उन्होंने दिवंगत समाजवादी पार्टी के नेता मुलायम सिंह यादव के खिलाफ भाजपा के टिकट पर गुन्नौर विधानसभा उपचुनाव लड़ा था। यादव पिछड़ा वर्ग आयोग के सदस्य रह चुके हैं और भाजपा में कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य कर चुके हैं, जिनमें राज्य कार्यकारिणी सदस्य, क्षेत्रीय उपाध्यक्ष (पश्चिमी उत्तर प्रदेश), आरएसएस के जिला कार्यवाह और भाजपा महासचिव शामिल हैं। उनकी पत्नी जावित्री देवी भी स्थानीय राजनीति में एक प्रमुख हस्ती हैं और ग्राम प्रधान के रूप में अपना तीसरा कार्यकाल पूरा कर रही हैं।