पाकिस्तान में आतंकवादियों ने यात्री ट्रेन को हाईजैक किया: जानें पूरी कहानी
पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हाईजैकिंग की घटना
मंगलवार को पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में एक यात्री ट्रेन पर आतंकवादियों ने हमला कर उसे हाईजैक कर लिया। इस हमले में सुरक्षाबलों सहित 450 यात्रियों को बंधक बना लिया गया। रिपोर्टों के अनुसार, अब तक 104 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है, जबकि 20 आतंकवादियों को मार गिराया गया है। रेस्क्यू किए गए यात्रियों में 58 पुरुष, 31 महिलाएं और 15 बच्चे शामिल हैं।
बीएलए का आतंकवाद और विदेशी संपर्क
बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (बीएलए) को पाकिस्तान, ब्रिटेन और अमेरिका में प्रतिबंधित किया गया है। यह समूह मुख्य रूप से पाकिस्तान में सक्रिय है, लेकिन चिंता यह है कि इसके नेता पड़ोसी देशों, विशेषकर अफगानिस्तान में शरण ले रहे हैं। पाकिस्तानी सुरक्षा बलों ने बताया कि अपहरणकर्ता सैटेलाइट फोन के माध्यम से अपने विदेशी आकाओं से संपर्क में हैं। एक पत्रकार ने भी बताया कि जाफर एक्सप्रेस हाईजैकिंग के पीछे एक अफगान मास्टरमाइंड का हाथ है।
जाफर एक्सप्रेस की यात्रा
रिपोर्टों के अनुसार, हमलावरों ने ट्रेन पर हमला करने से पहले रेलवे ट्रैक को बम से उड़ा दिया और इंजन पर गोलीबारी की, जिससे ड्राइवर घायल हो गया। ट्रेन एक सुरंग के पास रुकी और अफगानिस्तान-ईरान सीमा के निकट एक दुर्गम पहाड़ी क्षेत्र में हाईजैक कर ली गई। जाफर एक्सप्रेस लगभग 450 यात्रियों को लेकर क्वेटा से पेशावर जा रही थी।
गोलीबारी में घायल यात्री
हमले के तुरंत बाद, बीएलए ने चेतावनी दी कि यदि पाकिस्तानी सेना उनके खिलाफ कार्रवाई करती है, तो सभी बंधकों को मार दिया जाएगा। हताहतों की संख्या के बारे में आधिकारिक आंकड़े उपलब्ध नहीं हैं, लेकिन सुरक्षा सूत्रों ने बताया कि गोलीबारी में ट्रेन चालक और कई यात्री घायल हुए हैं। अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक आखिरी आतंकवादी को नहीं मार दिया जाता। सुरक्षा बलों ने बताया कि दुर्गम इलाके के कारण अभियान जटिल हो गया है। रेलवे अधिकारियों ने पुष्टि की है कि ट्रेन के चालक को गंभीर चोटें आई हैं और सहायता के लिए एक आपातकालीन राहत ट्रेन भेजी गई है।
सरकारी निंदा
राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी ने इस हमले की निंदा करते हुए कहा, "निर्दोष नागरिकों और यात्रियों पर हमले अमानवीय और जघन्य कृत्य हैं।" प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने भी हमले की निंदा की और आतंकवादियों के खिलाफ चल रहे अभियानों की सराहना की, साथ ही सुरक्षा बलों की प्रभावशीलता पर जोर दिया।