पाकिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी के हमले: स्वतंत्रता की मांग
पाकिस्तान में बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने हाल ही में 39 स्थानों पर समन्वित हमलों की जिम्मेदारी ली है। यह समूह बलूच लोगों के लिए स्वतंत्रता की मांग कर रहा है और पाकिस्तानी सेना को भाड़े का गिरोह बताता है। जानें इस संघर्ष के पीछे के कारण और बीएलए के हमलों का उद्देश्य क्या है।
May 11, 2025, 12:12 IST
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गंगा की सफाई और पाकिस्तान के आतंकवादियों पर प्रहार
आपने 'बहती गंगा में हाथ धोना' कहावत सुनी होगी। भारत के पश्चिम में फैली गंदगी को साफ करने के लिए गंगा जी निकल पड़ी हैं। यह एक तरह से पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर भारत के प्रहार को दर्शाता है। इस सफाई अभियान में कई अन्य समूह भी शामिल होते नजर आ रहे हैं। बलूच लिबरेशन आर्मी (बीएलए) ने पाकिस्तान को कमजोर करने का काम किया है। बीएलए ने बलूचिस्तान में 39 विभिन्न स्थानों पर समन्वित हमलों की जिम्मेदारी ली है।
बीएलए के हमलों का विवरण
एक प्रेस विज्ञप्ति में समूह ने बताया कि ये हमले अभी भी जारी हैं, जिनका उद्देश्य कई रणनीतिक लक्ष्यों को पूरा करना है। बीएलए के प्रवक्ता जीयंद बलूच के अनुसार, इन हमलों में पुलिस स्टेशनों, सैन्य काफिलों और प्रमुख राजमार्गों के बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया गया है। बीएलए ने पुलिस स्टेशनों पर कब्जा करने और क्षेत्र की मुख्य सड़कों पर नाकाबंदी करने का भी दावा किया है। बलूच लिबरेशन आर्मी एक सशस्त्र अलगाववादी समूह है, जो बलूच लोगों के लिए स्वतंत्रता की मांग कर रहा है। यह पाकिस्तानी राज्य द्वारा राजनीतिक हाशिए पर रखे जाने और आर्थिक शोषण के खिलाफ उठ खड़ा हुआ है।
बीएलए का विदेशी प्रॉक्सी पर बयान
बीएलए के प्रवक्ता जीयंद बलूच ने कहा कि बलूच लिबरेशन आर्मी को विदेशी प्रॉक्सी कहने वाले लोगों को यह समझना चाहिए कि पाकिस्तानी सेना खुद एक भाड़े का हथियारबंद गिरोह है। यह चीनी पूंजी और अन्य विदेशी निवेश पर निर्भर है। सेना की भूमिका समय के साथ बदलती रहती है, कभी बंदरगाहों की सुरक्षा तो कभी कर्जदाताओं की संतुष्टि के लिए काम करती है। बलूच भूमि के स्वतंत्रता सेनानियों द्वारा इस भाड़े की सेना पर हमले और भी तेज होंगे।