भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम: ट्रंप की मध्यस्थता से मिली सफलता

संघर्ष विराम की घोषणा
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने शनिवार को जानकारी दी कि अमेरिका की मध्यस्थता के चलते भारत और पाकिस्तान ने 'पूर्ण और तत्काल संघर्ष विराम' पर सहमति जताई है, जिससे तीन दिनों से जारी भारी गोलीबारी समाप्त हो गई है। भारत ने पुष्टि की कि पाकिस्तानी डीजीएमओ ने अपने भारतीय समकक्ष से संपर्क किया और शाम 5 बजे से संघर्ष विराम पर सहमति बनी।
पाकिस्तान की सैन्य गतिविधियाँ
इस घटनाक्रम के दौरान, भारत ने यह भी बताया कि पाकिस्तान अपने सैनिकों को अंतरराष्ट्रीय सीमा के निकट के क्षेत्रों में तैनात कर रहा है, जबकि भारतीय सशस्त्र बलों ने पड़ोसी देश में छह हवाई ठिकानों को नष्ट कर दिया है। यह कार्रवाई तब हुई जब पाकिस्तान ने 26 सैन्य स्थलों और नागरिक बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया।
ट्रंप की प्रशंसा
रविवार को ट्रंप ने भारत और पाकिस्तान के 'मजबूत और दृढ़' नेतृत्व की सराहना की, यह कहते हुए कि उनके साहसिक निर्णयों से उनकी विरासत को मजबूती मिली है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, 'मैं आप दोनों के साथ मिलकर यह पता लगाने के लिए काम करूंगा कि कश्मीर के मुद्दे पर कोई समाधान निकाला जा सकता है।'
संघर्ष विराम की प्रक्रिया
ट्रंप ने कहा, 'मुझे गर्व है कि अमेरिका इस ऐतिहासिक निर्णय में आपकी मदद कर सका।' उन्होंने यह भी बताया कि दोनों देशों के बीच बातचीत के लिए कदम उठाए जाएंगे। शनिवार को, विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने बताया कि पाकिस्तान के डीजीएमओ ने भारतीय डीजीएमओ से फोन पर बात की।
अमेरिकी अधिकारियों की भूमिका
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने कहा कि उन्होंने और उपराष्ट्रपति जे डी वेंस ने भारतीय और पाकिस्तानी नेताओं के साथ बातचीत की। उन्होंने यह घोषणा की कि दोनों सरकारें तत्काल संघर्ष विराम और तटस्थ स्थल पर बातचीत शुरू करने पर सहमत हो गई हैं।
ट्रंप का दृष्टिकोण
ट्रंप ने पिछले महीने कहा था कि भारत और पाकिस्तान के बीच हमेशा तनाव बना रहता है और दोनों देश इसे आपस में सुलझा लेंगे। उन्होंने यह भी कहा कि वह भारत और पाकिस्तान के करीब हैं और कश्मीर के मुद्दे पर दोनों देशों के संघर्ष को लेकर चिंतित हैं।