भारत ने बांग्लादेशी टीवी चैनलों पर लगाया बैन, जानें कारण

भारत की शांति की सीमाएं
कहते हैं कि सहनशीलता की भी एक सीमा होती है। भारत हमेशा शांति की कामना करता है और अहिंसा के मार्ग पर चलने में विश्वास रखता है। देश ने कई बार अपने पड़ोसी पाकिस्तान को सुधारने का मौका दिया, लेकिन पाकिस्तान ने भारत को पुलवामा, 26/11 जैसे हमलों से केवल घाव दिए हैं। यह भारत की सहनशीलता का उदाहरण है, जिसके चलते आतंकवाद को बढ़ावा देने वाला पाकिस्तान आज भी विश्व मानचित्र पर मौजूद है। यदि भारत चाहे, तो वह एक झटके में पाकिस्तान का नामोनिशान मिटा सकता है।
भारत का नया कदम
अब भारत ने ठान लिया है कि वह और चुप नहीं रह सकता। मातृभूमि की रक्षा के लिए दुश्मनों को सबक सिखाने की क्षमता भारत में है। पाकिस्तान के बाद, अब बांग्लादेश को भी भारत ने जवाब दिया है। भारत ने बांग्लादेश के चार टीवी चैनलों पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह कदम बांग्लादेशी चैनलों द्वारा भारत के खिलाफ गलत प्रचार फैलाने के कारण उठाया गया है।
बैन किए गए टीवी चैनल
जमुना टीवी, एकटोर टीवी, बांग्लाविज़न और मोहोना टीवी अब भारत में उपलब्ध नहीं हैं। स्थानीय डिजिटल निगरानी संस्था डिस्मिसलैब के अनुसार, भारत सरकार के अनुरोध पर यूट्यूब ने इन चैनलों की पहुंच को प्रतिबंधित कर दिया है।
बैन का कारण
वीपीएन परीक्षण और डिस्मिसलैब द्वारा पुष्टि के अनुसार, भारत में इन चैनलों की पहुंच पूरी तरह से बंद कर दी गई है। भारतीय पत्रकारों ने भी इस प्रतिबंध की पुष्टि की है। जमुना टीवी ने यूट्यूब से एक आधिकारिक नोटिस प्राप्त किया है, जिसमें कहा गया है कि उसकी सामग्री भारत में अवरुद्ध रहेगी।
इस नोटिस में राष्ट्रीय सुरक्षा और सार्वजनिक व्यवस्था का हवाला दिया गया है। यह घटनाक्रम पाकिस्तान में आतंकवादी शिविरों के खिलाफ भारतीय सैन्य कार्रवाई के बाद बढ़े तनाव के बीच हुआ है।
डिजिटल सेंसरशिप का बढ़ता चलन
9 मई को, स्वतंत्र भारतीय समाचार आउटलेट द वायर ने बताया कि उसकी वेबसाइट को भी भारत में ब्लॉक कर दिया गया है। इसके अलावा, कई स्वतंत्र मीडिया आउटलेट्स के 8,000 से अधिक सोशल मीडिया अकाउंट्स को भी भारत सरकार द्वारा ब्लॉक किया गया है।
भारत का इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ऐसे आदेशों को लागू करता है, जो राष्ट्रीय हितों के लिए हानिकारक समझी जाने वाली सामग्री को ब्लॉक करने का अधिकार देता है।