भारत ने बांग्लादेश के न्यूज चैनलों पर कसा शिकंजा, क्या है वजह?

भारत का कड़ा रुख बांग्लादेश के खिलाफ
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, भारत ने बांग्लादेश के चार प्रमुख समाचार चैनलों पर भी सख्त कार्रवाई की है। यह निर्णय बांग्लादेशी मीडिया द्वारा भारत के खिलाफ झूठी और भ्रामक खबरें प्रसारित करने के कारण लिया गया है। रिपोर्टों के अनुसार, भारत सरकार ने जमुना टीवी, एक्टर टीवी, बांग्लाविजन और मोहोना टीवी को ब्लॉक करने का आदेश दिया है। इस कदम ने बांग्लादेशी मीडिया में हलचल मचा दी है, जबकि बांग्लादेश सरकार इस पर चुप्पी साधे हुए है.
भारत के खिलाफ फर्जी खबरों का प्रसार
सूत्रों के अनुसार, इन चारों चैनलों पर भारत के खिलाफ झूठी खबरें प्रसारित की जा रही थीं, जिसमें भारत को युद्ध का जिम्मेदार और सैन्य हमलों का उकसाने वाला बताया गया था। भारत सरकार ने यूट्यूब को इन चैनलों के खिलाफ त्वरित जांच और कार्रवाई के निर्देश दिए। जांच में आरोप सही पाए जाने के बाद, इन चैनलों को भारत में ब्लॉक कर दिया गया। यूट्यूब ने भी इन चैनलों को नोटिस भेजा है, और यदि वे संतोषजनक उत्तर नहीं देते हैं, तो उन्हें बांग्लादेश में भी प्रतिबंधित किया जा सकता है.
34 अन्य चैनल भी निगरानी में
भारत सरकार ने केवल इन चार चैनलों पर ही नहीं, बल्कि बांग्लादेश के अन्य 34 मीडिया प्लेटफार्मों की भी समीक्षा की है। यदि इन चैनलों के खिलाफ भी दुष्प्रचार का प्रमाण मिलता है, तो आगे और मीडिया हाउसों पर भी कार्रवाई की जा सकती है। इससे पहले, भारत ने पाकिस्तान के 16 न्यूज चैनलों को भी यूट्यूब से ब्लॉक कराया था, जिन पर भारत विरोधी झूठा नैरेटिव फैलाने का आरोप था। यह स्पष्ट संकेत है कि भारत अब पड़ोसी देशों के मीडिया से होने वाले किसी भी दुष्प्रचार को बर्दाश्त नहीं करने के मूड में है.
123 घुसपैठियों को किया गया वापस
हाल ही में, भारत ने बांग्लादेश को एक और झटका देते हुए 123 घुसपैठियों को सीमा पार वापस भेज दिया। यह कदम भारत की सख्ती और स्पष्ट नीति को दर्शाता है। इस कड़ी कार्रवाई पर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार अब तक मौन है। प्रधानमंत्री के सलाहकार मोहम्मद यूनुस ने अभी तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उनकी सरकार ने सीमा क्षेत्रों में सेना की तैनाती बढ़ा दी है और देश के हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक विशेष सरकारी आदेश भी जारी किया है.