भारत-पाकिस्तान तनाव: सीजफायर समझौता टूटने के बाद ड्रोन हमले की कोशिश

सीजफायर समझौते के बावजूद तनाव
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच अमेरिका की मध्यस्थता से एक संघर्ष विराम समझौता हुआ था। हालांकि, यह समझौता पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के समर्थन के बावजूद कुछ ही घंटों में टूट गया। पाकिस्तान की सेना ने शहबाज शरीफ के आदेशों का पालन करने से इनकार करते हुए भारतीय सीमा में ड्रोन भेजने का प्रयास किया, जिसे भारतीय सेना ने विफल कर दिया। इस घटना ने दोनों देशों के बीच स्थिति को और भी तनावपूर्ण बना दिया है, और पाकिस्तान के इस कदम ने राजनीतिक अस्थिरता और सेना द्वारा सरकार के खिलाफ बगावत की आशंकाओं को जन्म दिया है.
ड्रोन हमले की कोशिश
सीजफायर के बाद पाकिस्तान का ड्रोन हमला
पाकिस्तान ने सीजफायर का उल्लंघन करते हुए राजस्थान के बाड़मेर, पंजाब के फिरोजपुर, गुरुदासपुर, पठानकोट और श्रीनगर में ड्रोन भेजने का प्रयास किया। भारतीय सेना ने इन प्रयासों को नाकाम कर दिया, लेकिन इससे स्थानीय नागरिकों में दहशत का माहौल बन गया और कई क्षेत्रों में ब्लैकआउट की स्थिति उत्पन्न हो गई। फिरोजपुर में भी ब्लैकआउट घोषित किया गया और नागरिकों से अपील की गई कि वे बाजारों को बंद करें और सड़क पर चलने वाले वाहनों की हेडलाइट बंद कर दें.
सुरक्षा अलर्ट और ब्लैकआउट
ब्लैकआउट और सुरक्षा अलर्ट
फिरोजपुर और श्रीनगर में सुरक्षा को लेकर गंभीर खतरे के संकेत मिल रहे थे। एयर अटैक की संभावना को लेकर सुरक्षा अलर्ट जारी किए गए थे। हालांकि, धमाकों की आवाजें नहीं आईं, लेकिन सायरन लगातार बजते रहे, जिससे तनाव और बढ़ गया। प्रशासन ने चेतावनी दी कि किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत दी जाए.
सीजफायर उल्लंघन के बाद स्थिति
सीजफायर के उल्लंघन के बाद सीमा पर तनाव
शनिवार को पाकिस्तान ने संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए अंतर्राष्ट्रीय सीमा और नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर गोलाबारी की। यह घटना समझौते के कुछ ही घंटों बाद हुई, जब दोनों देशों के बीच सीजफायर पर सहमति बनी थी। सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) को निर्देश दिया गया कि वह पाकिस्तान के किसी भी संघर्ष विराम उल्लंघन का जवाब पूरी ताकत से दें. पाकिस्तान के इस उल्लंघन ने भारत की प्रतिक्रिया को और भी तेज कर दिया.
उमर अब्दुल्ला की प्रतिक्रिया
उमर अब्दुल्ला का ट्वीट और प्रतिक्रिया
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने इस पर ट्वीट किया और सवाल उठाया कि सीजफायर का क्या हुआ। उन्होंने श्रीनगर में विस्फोटों की आवाज सुनने के बाद अपनी चिंता व्यक्त की और ड्रोन हमले का वीडियो साझा किया। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष विराम नहीं हो सकता, क्योंकि श्रीनगर में वायु रक्षा इकाइयों ने गोलीबारी शुरू कर दी है.
सीजफायर उल्लंघन के कारण
सीजफायर के उल्लंघन की वजह
यह स्पष्ट हो गया है कि पाकिस्तान द्वारा किए गए ये उल्लंघन आतंकवादियों को भारतीय क्षेत्र में घुसपैठ करने का मौका देने के लिए हो सकते हैं। पाकिस्तान द्वारा ड्रोन भेजने की कोशिश और भारतीय क्षेत्र में गोलाबारी से यह संदेह भी बढ़ गया है कि पाकिस्तान सैन्य गतिविधियों को बढ़ा सकता है। इस बीच, भारतीय सेना और सुरक्षा बल पूरी तरह से सतर्क हैं और किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार हैं.
अमेरिकी मध्यस्थता का प्रभाव
अमेरिकी मध्यस्थता का क्या असर होगा?
इस पूरे घटनाक्रम ने पाकिस्तान और भारत के बीच शांति प्रयासों को बाधित किया है। अमेरिका की मध्यस्थता से जो सीजफायर समझौता हुआ था, उसकी प्रभावशीलता अब सवालों के घेरे में है। पाकिस्तान की सेना ने एक बार फिर अपने आदेशों को न मानते हुए संघर्ष को बढ़ाने का प्रयास किया है, जिससे दोनों देशों के बीच की स्थिति तनावपूर्ण हो गई है.