भूपेश बघेल के घर पर ईडी की छापेमारी: क्या है शराब घोटाले का सच?
ईडी की छापेमारी का मामला
नई दिल्ली. प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और एआईसीसी महासचिव भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य के निवास पर छापे मारे हैं। आज सुबह (सोमवार) चार वाहनों के साथ ईडी की टीम भिलाई-3 के पदुमनगर में पहुंची। दस्तावेजों की जांच की जा रही है। चैतन्य बघेल से जुड़े 14 स्थानों पर छापेमारी की गई है। यह कार्रवाई शराब घोटाले से संबंधित मनी लॉन्ड्रिंग के मामले में की गई है। इसके साथ ही कोयला लेवी और महादेव सट्टा ऐप से भी यह कार्रवाई जुड़ी हो सकती है। भिलाई के नेहरू नगर में मनोज राजपूत, चरोदा में अभिषेक ठाकुर और संदीप सिंह, कमल अग्रवाल किशोर राइस मिल दुर्ग, सुनील अग्रवाल सहेली ज्वेलर्स दुर्ग और बिल्डर अजय चौहान के ठिकानों पर भी ईडी की कार्रवाई जारी है.
कांग्रेस का विरोध
पंजाब में कांग्रेस को रोकने का प्रयास
छापेमारी के बाद भूपेश बघेल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि जब सात साल पुराना झूठा मामला अदालत में खारिज हो गया, तब ईडी ने उनके घर पर छापा मारा। उन्होंने यह भी कहा कि कोई भी प्रयास पंजाब कांग्रेस को रोक नहीं सकता। छत्तीसगढ़ कांग्रेस के संचार प्रमुख सुशील आनंद शुक्ला ने आरोप लगाया कि भाजपा के इशारे पर ईडी ने भूपेश बघेल के भिलाई आवास पर छापा मारा है.
समर्थकों का प्रदर्शन
भूपेश के घर के बाहर समर्थकों की भीड़
भिलाई के पदुमनगर में भूपेश बघेल के निवास के बाहर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक एकत्रित हुए हैं। ये सभी ईडी की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि राज्य के गृह मंत्री सवालों के घेरे में हैं और विधानसभा में किसी भी सवाल का जवाब देने में असमर्थ हैं, इसलिए भूपेश बघेल के खिलाफ ईडी का दुरुपयोग किया जा रहा है.