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स्वतंत्रता दिवस पर प्रेरणादायक नारे: 2025 के लिए विशेष चयन

15 अगस्त 2025 को भारत अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। इस अवसर पर, हम उन प्रेरणादायक नारों को याद करते हैं जिन्होंने स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इस लेख में, स्वतंत्रता दिवस के लिए विशेष नारे प्रस्तुत किए गए हैं, जो छात्रों के लिए उपयोगी साबित हो सकते हैं। जानें कैसे ये नारे आज भी प्रासंगिक हैं और कैसे वे देशभक्ति की भावना को जागृत करते हैं। इस स्वतंत्रता दिवस पर इन नारों को गर्व के साथ दोहराएं और अपने स्कूल में देशप्रेम की मिसाल कायम करें।
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स्वतंत्रता दिवस पर प्रेरणादायक नारे: 2025 के लिए विशेष चयन

स्वतंत्रता दिवस के नारे

स्वतंत्रता दिवस के नारे हिंदी में: 15 अगस्त 2025 को भारत अपना 79वां स्वतंत्रता दिवस मनाने जा रहा है। यह दिन उस ऐतिहासिक संघर्ष को याद करने का अवसर है, जब भारत ने 200 वर्षों के ब्रिटिश शासन से मुक्ति पाई थी। इस दिन उन बहादुर क्रांतिकारियों को याद करना आवश्यक है, जिन्होंने अपने परिवार, सुख और जीवन का बलिदान दिया। इन स्वतंत्रता सेनानियों का एक ही सपना था - एक स्वतंत्र भारत। इस स्वतंत्रता दिवस पर, आइए उन प्रेरणादायक नारों को याद करें, जिन्होंने देशवासियों में उत्साह भरा और आजादी की मशाल को जलाए रखा।


स्वतंत्रता दिवस नारे लेखन

1. वंदे मातरम : बंकिमचंद्र चटर्जी


2. सत्यमेव जयते: पंडित मदनमोहन मालवीय


3. इंकलाब जिंदाबाद: भगत सिंह


4. तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हें आजादी दूंगा: नेताजी सुभाष चंद्र बोस


छात्रों के लिए स्वतंत्रता दिवस के नारे

5. जय हिंद: नेताजी सुभाष चंद्र बोस


6. स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है और मैं इसे लेकर रहूंगा: बाल गंगाधर तिलक


7. सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा, हम बुलबुले हैं इसकी ये गुलसितां हमारा: अल्लामा इकबाल


स्वतंत्रता दिवस 2025 के नारे

8. सरफरोशी की तमन्ना, अब हमारे दिल में है, देखना है जोर कितना बाजु-ए-कातिल में है- रामप्रसाद बिस्मिल


9. आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे: चंद्र शेखर आजाद


स्वतंत्रता दिवस पर प्रसिद्ध नारे

10. विजयी विश्व तिरंगा प्यारा, झंडा ऊंचा रहे हमारा – श्याम लाल गुप्ता


11. अब भी जिसका खून न खौला खून नहीं वो पानी है… जो ना आए देश के काम वो बेकार जवानी है – चंद्रशेखर आजाद


देशभक्ति से भरे नारे

आजादी की लड़ाई में कई ऐसे नारे थे, जिन्होंने हर भारतीय के दिल में देशभक्ति की भावना जगाई। इन नारों ने लोगों को एकजुट किया, साहस भरा और आजादी का महत्व समझाया। चाहे वह भगत सिंह का जोश हो या गांधी जी का अहिंसा का संदेश, इन नारों ने हर किसी को आजादी के लिए लड़ने की प्रेरणा दी। इनमें से कुछ नारे हैं:


“इंकलाब जिंदाबाद!” – भगत सिंह


“स्वराज मेरा जन्मसिद्ध अधिकार है, और मैं इसे लेकर रहूंगा!” – बाल गंगाधर तिलक


“करो या मरो!” – महात्मा गांधी


“जय हिंद!” – सुभाष चंद्र बोस


“भारत माता की जय!”


ये नारे आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं और देशप्रेम को जागृत करते हैं।


स्कूली बच्चों के लिए विशेष

यदि आप एक स्कूली छात्र हैं और स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर होने वाली प्रतियोगिताओं में भाग ले रहे हैं, तो ये नारे आपके लिए बहुत उपयोगी होंगे। चाहे आपको भाषण देना हो, निबंध लिखना हो या स्वतंत्रता दिवस पर पंक्तियां बोलनी हों, इन नारों को शामिल करके आप अपने प्रदर्शन को और प्रभावशाली बना सकते हैं। ये नारे न केवल देशभक्ति का जज्बा जगाते हैं, बल्कि आज के युवाओं को यह भी सिखाते हैं कि आजादी की कीमत क्या थी। इस 15 अगस्त 2025 को इन नारों को गर्व के साथ दोहराएं और अपने स्कूल में देशप्रेम की मिसाल कायम करें।