हरियाणा में शादी का लहंगा बना विवाद का कारण, पुलिस को करना पड़ा हस्तक्षेप
शादी में लहंगे को लेकर विवाद
भारत में शादियों का आयोजन अक्सर भव्य तरीके से होता है, लेकिन कभी-कभी छोटी-छोटी बातों पर विवाद भी गहरा जाता है। ऐसा ही एक मामला हरियाणा के पानीपत में देखने को मिला, जहां दुल्हन के लहंगे को लेकर विवाद इतना बढ़ गया कि शादी टूटने की नौबत आ गई। इस हाई-वोल्टेज ड्रामे में आरोप-प्रत्यारोप और मारपीट के साथ-साथ लहरें भी निकल आईं, जिसके चलते पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
लहंगे पर दोनों परिवारों के बीच विवाद
23 फरवरी 2025 को अमृतसर से बारात लेकर आए दूल्हे को शायद ही पता था कि उसकी शादी लहंगे के कारण नहीं हो पाएगी। दुल्हन के परिवार ने दूल्हे द्वारा लाए गए लहंगे को पहनने से मना कर दिया। वे चाहते थे कि दुल्हन वही लहंगा पहने, जिसे उन्होंने चांदनी चौक से 40,000 रुपये में खरीदा था। यह मामूली बहस जल्द ही बड़े विवाद में बदल गई और दोनों पक्षों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला शुरू हो गया।
कौन सही, कौन गलत?
दूल्हे के परिवार ने आरोप लगाया कि दुल्हन के परिवार वाले बार-बार अपनी मांगें बढ़ा रहे थे। पहले 20,000 रुपये के लहंगे की मांग की गई, फिर 40,000 रुपये के महंगे लहंगे पर अड़ गए। उन्होंने यह भी कहा कि शादी के लिए उन पर दबाव डाला गया और महंगे उपहारों की मांग की गई। वहीं, दुल्हन की मां, जो एक विधवा हैं और आर्थिक तंगी का सामना कर रही हैं, ने दूल्हे के परिवार पर शादी की बुनियादी चीजें ना लाने का आरोप लगाया। उनका कहना था कि ना तो जयमाला का इंतजाम किया गया और ना ही सोने के गहने, बल्कि नकली गहने लेकर बारात पहुंची थी।
पुलिस का हस्तक्षेप
विवाद इतना बढ़ गया कि एक मेहमान ने गुस्से में आकर तलवार निकाल ली, जिससे शादी का माहौल पूरी तरह से अराजक हो गया। देखते ही देखते शादी का पंडाल रणभूमि में बदल गया और पुलिस को बुलाना पड़ा। हालात काबू में तो आ गए, लेकिन तब तक शादी टूट चुकी थी और दोनों परिवारों के बीच खटास रह गई।