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10 वर्षीय बच्चे ने मगरमच्छ से पिता की जान बचाई

उत्तर प्रदेश के आगरा में एक 10 वर्षीय बच्चे ने अपने पिता को मगरमच्छ के हमले से बचाने के लिए अद्वितीय साहस का परिचय दिया। जब पिता को मगरमच्छ ने पकड़ लिया, तो बेटे ने बिना किसी डर के डंडे से उस पर हमला किया। इस बहादुरी के कारण पिता की जान बच गई, लेकिन वह गंभीर रूप से घायल हो गए। जानें इस दिलचस्प घटना के बारे में और कैसे बच्चे ने अपने पिता को बचाया।
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10 वर्षीय बच्चे ने मगरमच्छ से पिता की जान बचाई

आगरा में अद्वितीय साहस का उदाहरण

आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में एक 10 वर्षीय बच्चे ने अपने अद्वितीय साहस का परिचय देते हुए अपने पिता की जान बचाई। चंबल नदी के किनारे, अपने पिता को मगरमच्छ के हमले से बचाने के लिए इस नन्हे बच्चे ने बहादुरी से मुकाबला किया और डंडों से उस पर प्रहार कर उन्हें सुरक्षित निकाला। इस घटना में पिता गंभीर रूप से घायल हुए हैं और उन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है।


यह घटना बासौनी थाना क्षेत्र के झरनापुरा हरलालपुर गांव में हुई। जानकारी के अनुसार, 35 वर्षीय किसान वीरभान शुक्रवार (25 जुलाई) को अपने 10 वर्षीय बेटे अजय और बेटी किरन के साथ चंबल नदी पर पानी भरने गए थे। जैसे ही वीरभान ने पानी में बोतल डुबोई, एक छिपा हुआ मगरमच्छ अचानक उन पर हमला कर दिया और उनका पैर अपने जबड़ों में दबाकर नदी में खींचने लगा।


पिता को संकट में देखकर बच्चे घबरा गए और चीखने लगे। इसी दौरान, अजय ने चिल्लाते हुए कहा, 'पापा को कुछ नहीं होने दूंगा!' और पास में पड़े बबूल के एक मोटे डंडे को उठाकर मगरमच्छ पर हमला करना शुरू कर दिया। अजय के लगातार प्रहारों से मगरमच्छ की पकड़ कमजोर हो गई और उसने वीरभान का पैर छोड़ दिया।


गुस्साए मगरमच्छ ने फिर अजय पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन बच्चे ने चतुराई से खुद को बचा लिया और पीछे हट गया। इस बीच, वीरभान भी किसी तरह नदी से बाहर निकल आए। बच्चों की चीख-पुकार सुनकर आसपास के ग्रामीण और पुलिस मौके पर पहुंचे। मगरमच्छ के दांतों से वीरभान के पैर में गहरे घाव हो गए थे। उन्हें तुरंत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां से डॉक्टरों ने उन्हें गंभीर हालत में जिला अस्पताल रेफर कर दिया। बेटे के इस साहसिक कार्य की पूरे क्षेत्र में सराहना हो रही है।