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11 जून 2025 का राशिफल: इन राशियों के लिए दिन रहेगा चुनौतीपूर्ण

11 जून 2025 का दिन पंचांग और ग्रहों की स्थिति के अनुसार महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस दिन कुछ राशियों के लिए चुनौतियाँ आ सकती हैं। जानें किन राशियों को सावधानी बरतने की आवश्यकता है और उनके लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं। विशेष रूप से मिथुन, वृश्चिक और कुंभ राशि के जातकों को इस दिन विशेष ध्यान देने की सलाह दी गई है।
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11 जून 2025 का राशिफल: इन राशियों के लिए दिन रहेगा चुनौतीपूर्ण

दैनिक राशिफल

दैनिक राशिफल: 11 जून 2025 का दिन पंचांग और ग्रहों की स्थिति के अनुसार महत्वपूर्ण रहने वाला है। इस दिन पूर्णिमा तिथि दोपहर 1 बजकर 13 मिनट तक रहेगी, इसके बाद आषाढ़ माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि शुरू होगी। ज्येष्ठा नक्षत्र शाम 8 बजकर 10 मिनट तक प्रभावी रहेगा, उसके बाद मूल नक्षत्र का प्रभाव शुरू होगा। साध्य योग दोपहर 2 बजकर 4 मिनट तक रहेगा, इसके बाद शुभ योग का आगमन होगा। बव करण दोपहर 1 बजकर 13 मिनट तक रहेगा, फिर बालव करण सक्रिय हो जाएगा।


ग्रहों की स्थिति के अनुसार, चंद्रमा दिन के अधिकांश समय वृश्चिक राशि में रहेंगे और शाम 8 बजकर 10 मिनट पर धनु राशि में प्रवेश करेंगे। शुक्र मेष राशि में, सूर्य वृषभ राशि में, बुध और बृहस्पति मिथुन राशि में, मंगल और केतु सिंह राशि में, राहु कुंभ राशि में, और शनि मीन राशि में स्थित रहेंगे। यह ज्योतिषीय संयोजन कुछ राशियों के लिए चुनौतियों का सामना करवा सकता है। आइए जानते हैं कि किन राशियों के लिए 11 जून का दिन अच्छा नहीं रहेगा और इसे बेहतर बनाने के लिए क्या उपाय किए जा सकते हैं?


मिथुन राशि

मिथुन राशि में बुध और बृहस्पति की युति बौद्धिक और संचार कौशल को बढ़ाएगी, लेकिन चंद्रमा का वृश्चिक राशि में होना और ज्येष्ठा नक्षत्र का प्रभाव संचार में गलतफहमियां और रिश्तों में तनाव ला सकता है। व्यापारियों को सौदों में सावधानी बरतनी होगी, क्योंकि गलत निर्णय से वित्तीय नुकसान हो सकता है। किसी करीबी से ठगी का सामना करना पड़ सकता है। इस कारण पूरी सावधानी बरतें। प्रेम संबंधों में बहस या गलतफहमी की संभावना है। स्वास्थ्य में जोड़ों का दर्द, त्वचा की समस्या या थकान परेशान कर सकती है।


उपाय: भगवान गणेश को दूर्वा अर्पित करें और 'ॐ गं गणपतये नमः' मंत्र का 108 बार जाप करें।


वृश्चिक राशि

चंद्रमा दिन के अधिकांश समय वृश्चिक राशि में रहेगा, जो इस राशि के लोगों के लिए भावनात्मक अस्थिरता और मानसिक तनाव का कारण बन सकता है। ज्येष्ठा नक्षत्र और पूर्णिमा तिथि का प्रभाव निर्णय लेने में भ्रम पैदा कर सकता है। कार्यक्षेत्र में सहकर्मियों या वरिष्ठों के साथ मतभेद की आशंका है। पारिवारिक जीवन में छोटी-छोटी बातों पर गलतफहमियां तनाव बढ़ा सकती हैं। स्वास्थ्य की दृष्टि से सिरदर्द, पेट की समस्या या नींद में कमी जैसी परेशानियां हो सकती हैं।


उपाय: चंद्रमा के प्रभाव को शांत करने के लिए चांदी के बर्तन में दूध पिएं और माता दुर्गा को सफेद फूल अर्पित करें।


कुंभ राशि

कुंभ राशि में राहु की उपस्थिति और चंद्रमा का वृश्चिक में होना मानसिक तनाव और अनिश्चितता का कारण बन सकता है। नौकरीपेशा लोगों को कार्यस्थल पर अतिरिक्त दबाव या अप्रत्याशित चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। पारिवारिक जीवन में माता-पिता या जीवनसाथी के साथ तनाव हो सकता है। स्वास्थ्य में नींद की कमी, तनाव या पाचन संबंधी समस्याएं परेशान कर सकती हैं।


उपाय: भगवान शिव को बेलपत्र अर्पित करें और 'ॐ नमः शिवाय' मंत्र का 108 बार जाप करें।