15 अगस्त पर देशभक्ति शायरी: आज़ादी का जश्न

15 अगस्त पर शायरी: देशभक्ति का जज़्बा
15 अगस्त पर शायरी: देशभक्ति का जज़्बा: 15 अगस्त का दिन हर भारतीय के लिए गर्व और सम्मान का प्रतीक है। यह वह दिन है जब लगभग 150 करोड़ लोग अपने देश की स्वतंत्रता का जश्न मनाते हैं। यह अवसर शहीदों के बलिदान को याद करने और देश के प्रति अपनी भावनाओं को व्यक्त करने का है।
इस दिन देशभक्ति की शायरी हमारे दिलों में जोश और गर्व का संचार करती है। इन शायरियों में शायरों ने देशप्रेम, एकता और बलिदान की भावना को खूबसूरती से व्यक्त किया है। आइए, स्वतंत्रता दिवस 2025 के लिए कुछ विशेष देशभक्ति शायरी पढ़ते हैं, जो आपके दिल को छू लेंगी।
15 अगस्त की शायरी: देशभक्ति का जज़्बा
15 अगस्त के दिन देशभक्ति की शायरी हर भारतीय के दिल में एक अलग जोश भर देती है। ये शब्द न केवल शहीदों के बलिदान को सलाम करते हैं, बल्कि हमारी एकता और स्वाभिमान को भी दर्शाते हैं।
शायरों ने अपनी लेखनी से भारत की मिट्टी, इसके इतिहास और भविष्य के सपनों को शानदार तरीके से व्यक्त किया है। इन शायरियों को पढ़कर आप भी गर्व से सीना चौड़ा कर लेंगे।
लहू वतन के शहीदों का रंग लाया है
उछल रहा है ज़माने में नाम-ए-आज़ादी
– फ़िराक़ गोरखपुरी
वतन के जां-निसार हैं वतन के काम आएँगे
हम इस ज़मीं को एक रोज़ आसमाँ बनाएँगे
– जाफ़र मलीहाबादी
स्वतंत्रता दिवस के लिए शायरी
बे-ज़ार हैं जो जज़्बा-ए-हुब्ब-उल-वतनी से
वो लोग किसी से भी मोहब्बत नहीं करते
– अज्ञात
मैंने आंखों में जला रखा है आज़ादी का तेल
मत अंधेरों से डरा रख कि मैं जो हूं सो हूं
– अनीस अंसारी
15 अगस्त पर शायरी
वो हिन्दी नौजवां यानी अलम-बरदार-ए-आज़ादी
वतन की पासबाँ वो तेग़-ए-जौहर-दार-ए-आज़ादी
– मख़दूम मुहिउद्दीन
कारवां जिन का लुटा राह में आज़ादी की
क़ौम का मुल्क का उन दर्द के मारों को सलाम
– बनो ताहिरा सईद
शहीदों को सलाम
कई शायरियां शहीदों की कुर्बानी को श्रद्धांजलि देती हैं। जैसे, “वो खून की स्याही से लिख गए इतिहास, जिनके बलिदान से मिला हमें आजाद आसमान।” ऐसी पंक्तियां हमें उन वीरों की याद दिलाती हैं, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान न्योछावर कर दी। ये शायरियां न केवल देशप्रेम का प्रतीक हैं, बल्कि हमें यह भी सिखाती हैं कि आजादी की कीमत कितनी बड़ी होती है।
15 अगस्त पर शायरी
कहाँ हैं आज वो शम-ए-वतन के परवाने
बने हैं आज हक़ीक़त उन्हीं के अफ़्साने
– सिराज लखनवी
हम भी तिरे बेटे हैं ज़रा देख हमें भी
ऐ ख़ाक-ए-वतन तुझ से शिकायत नहीं करते
– खुर्शीद अकबर
भारत की शान
कुछ शायरियां भारत की समृद्धि और सांस्कृतिक विरासत का बखान करती हैं। जैसे, “हिंदुस्तान की मिट्टी में बसता है प्यार, हर दिल में बस्ता है तिरंगे का संसार।” ये पंक्तियां देश की एकता और विविधता को सेलिब्रेट करती हैं। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर ऐसी शायरियां सोशल मीडिया पर शेयर कर आप अपने दोस्तों और परिवार के साथ देशप्रेम का जज्बा बांट सकते हैं।
15 अगस्त की देशभक्ति शायरी
सारे जहां से अच्छा हिन्दोस्तां हमारा
हम बुलबुलें हैं इस की ये गुलसिताँ हमारा
– अल्लामा इक़बाल
वतन की रेत ज़रा एड़ियाँ रगड़ने दे
मुझे यक़ीं है कि पानी यहीं से निकलेगा
– मुज़फ़्फ़र वारसी
15 अगस्त पर शायरी
ज़मीं पर घर बनाया है मगर जन्नत में रहते हैं
हमारी ख़ुश-नसीबी है कि हम भारत में रहते हैं
– महशर आफ़रीदी
वतन की ख़ाक से मर कर भी हम को उन्स बाक़ी है
मज़ा दामान-ए-मादर का है इस मिट्टी के दामन में
– चकबस्त बृज नारायण
15 अगस्त को बनाएं यादगार
इस स्वतंत्रता दिवस पर इन देशभक्ति शायरियों को अपने व्हाट्सएप स्टेटस, इंस्टाग्राम पोस्ट या दोस्तों के साथ शेयर करें। ये शब्द न केवल आपके दिल में जोश भरेंगे, बल्कि दूसरों को भी देश के लिए कुछ करने की प्रेरणा देंगे। तो आइए, 15 अगस्त 2025 को इन शायरियों के साथ देशभक्ति का रंग और गहरा करें और अपने शहीदों को सलाम करें।