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23 जून 2025 का दैनिक राशिफल: जानें किन राशियों को मिल सकती हैं चुनौतियाँ

23 जून 2025 का दैनिक राशिफल विभिन्न राशियों के लिए चुनौतियों और अवसरों का संकेत देता है। इस दिन मेष, सिंह, कन्या, मकर और कुंभ राशियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। ग्रहों की स्थिति के अनुसार, इन राशियों के लिए तनाव और रुकावटें संभव हैं। जानें कि किस प्रकार के उपाय अपनाकर आप अपने दिन को बेहतर बना सकते हैं। इस राशिफल में दिए गए उपायों से आप अपने जीवन में सकारात्मकता ला सकते हैं।
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23 जून 2025 का दैनिक राशिफल: जानें किन राशियों को मिल सकती हैं चुनौतियाँ

दैनिक राशिफल

दैनिक राशिफल: 23 जून 2025 को आषाढ़ मास के कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि रात 10:09 बजे तक रहेगी, इसके बाद चतुर्दशी तिथि शुरू होगी। कृत्तिका नक्षत्र दोपहर 3:16 बजे तक रहेगा, फिर रोहिणी नक्षत्र का प्रभाव होगा। धृति योग दोपहर 1:17 बजे तक रहेगा, उसके बाद शूल योग शुरू होगा। गर करण सुबह 11:46 बजे तक, फिर वणिज करण रात 10:09 बजे तक, और इसके बाद विष्टि करण लगेगा।


ग्रहों की स्थिति के अनुसार, चंद्रमा वृषभ राशि में रहेगा। शुक्र मेष राशि में, सूर्य, बुध, और गुरु मिथुन राशि में, मंगल और केतु सिंह राशि में, राहु कुंभ राशि में, और शनि मीन राशि में स्थित होंगे। कृत्तिका नक्षत्र की तीव्र ऊर्जा और शूल योग दिन में तनाव और रुकावटें ला सकते हैं, जबकि रोहिणी नक्षत्र और वणिज करण शाम को कुछ राहत प्रदान कर सकते हैं। आइए जानते हैं कि 23 जून 2025 का दिन किन 5 राशियों के लिए सबसे चुनौतीपूर्ण रहेगा और इसे शुभ बनाने के लिए क्या उपाय करें।


मेष राशि

शुक्र का आपकी राशि में होना पहले घर को प्रभावित करेगा, जिससे आप भावनात्मक रूप से अस्थिर या आत्मकेंद्रित हो सकते हैं। सूर्य, बुध, और गुरु की युति तीसरे घर में होने से भाई-बहनों के साथ गलतफहमी या संवाद में तनाव हो सकता है। मंगल और केतु की युति पांचवें घर में होने से लव लाइफ में तकरार, बच्चों से चिंता, या पढ़ाई में फोकस की कमी हो सकती है। कृत्तिका नक्षत्र और शूल योग के प्रभाव से दिन की शुरुआत में काम में अड़चनें और बेचैनी हो सकती है। जल्दबाजी में फैसले लेने से बचें।


उपाय: हनुमान मंदिर में लाल चंदन चढ़ाएं और ‘ॐ हं हनुमते नमः’ मंत्र का 21 बार जाप करें। किसी गरीब को लाल मसूर की दाल दान करें। सुबह सूर्य को तांबे के लोटे से जल अर्पित करें।


सिंह राशि

मंगल और केतु की युति आपकी राशि में होने से पहले घर को प्रभावित करेगा, जिससे गुस्सा, जल्दबाजी, या स्वास्थ्य में छोटी-मोटी दिक्कतें हो सकती हैं। चंद्रमा का वृषभ में होना 10वें भाव को प्रभावित करेगा, जिससे नौकरी या बिजनेस में सहकर्मियों के साथ तनाव या काम में देरी हो सकती है। सूर्य, बुध और गुरु की युति 11वें भाव में होने से आय के स्रोतों में रुकावट या दोस्तों से मतभेद हो सकते हैं। कृत्तिका नक्षत्र और विष्टि करण के प्रभाव से दिन के अंत में मानसिक तनाव बढ़ सकता है। इस दिन शांत रहें और जोखिम से बचें।


उपाय: सूर्य मंदिर में गुड़ चढ़ाएं और ‘ॐ घृणि सूर्याय नमः’ मंत्र का 11 बार जाप करें। किसी जरूरतमंद को गेहूं दान करें। सुबह सूर्योदय के समय तांबे के सिक्के बहते पानी में प्रवाहित करें।


कन्या राशि

चंद्रमा का वृषभ में होना नौवें घर को प्रभावित करेगा, जिससे भाग्य से जुड़े कामों में रुकावट या पिता के साथ मतभेद हो सकते हैं। सूर्य, बुध, और गुरु की युति 10वें भाव में होने से नौकरी में दबाव, बॉस के साथ तनाव, या प्रोजेक्ट्स में देरी हो सकती है। मंगल और केतु की युति 12वें घर में होने से अनावश्यक खर्चे, नींद में खलल या छिपे शत्रुओं से परेशानी हो सकती है। शूल योग और वणिज करण के प्रभाव से दिन में बेचैनी रह सकती है। इस दिन धैर्य रखें और बेकार की बहस से बचें।


उपाय: गणेश जी को दूर्वा चढ़ाएं और ‘ॐ गं गणपतये नमः’ मंत्र का 21 बार जाप करें। किसी गरीब को हरी सब्जियां या हरा कपड़ा दान करें। बाथरूम में समुद्री नमक की कटोरी रखें।


मकर राशि

चंद्रमा का वृषभ में होना पांचवें घर को प्रभावित करेगा, जिससे लव लाइफ में गलतफहमी, बच्चों से चिंता या पढ़ाई में ध्यान भटक सकता है। सूर्य, बुध और गुरु की युति छठे घर में होने से स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव, कर्ज, या कानूनी मामलों में दिक्कत हो सकती है। मंगल और केतु की युति आठवें घर में होने से अप्रत्याशित परेशानियां या मानसिक तनाव बढ़ सकता है। कृत्तिका नक्षत्र और शूल योग के प्रभाव से दिन की शुरुआत में कामों में अड़चनें आ सकती हैं। इस दिन शांत रहें और बड़े निवेश टालें।


उपाय: शिवलिंग पर काले तिल अर्पित करें और ‘ॐ नमः शिवाय’ मंत्र का 21 बार जाप करें। किसी जरूरतमंद को काले चने या तेल दान करें। घर में कपूर जलाएं।


कुंभ राशि

राहु का आपकी राशि में होना पहले घर को प्रभावित करेगा, जिससे भ्रम, मानसिक तनाव, या आत्मविश्वास में कमी हो सकती है। चंद्रमा का वृषभ में होना चतुर्थ घर को प्रभावित करेगा, जिससे माता की सेहत, घरेलू सुख, या प्रॉपर्टी से जुड़ी चिंता हो सकती है। सूर्य, बुध, और गुरु की युति पांचवें घर में होने से लव रिलेशनशिप में तकरार या बच्चों से परेशानी हो सकती है। कृत्तिका नक्षत्र और विष्टि करण के प्रभाव से दिन के अंत में बेचैनी बढ़ सकती है। इस दिन धैर्य रखें और अनावश्यक खर्च से बचें।


उपाय: शनि मंदिर में सरसों का तेल अर्पित करें और ‘ॐ शं शनैश्चराय नमः’ मंत्र का 11 बार जाप करें। किसी गरीब को काले जूते या काला कपड़ा दान करें। घर के बाहर नीम का पेड़ लगाएं।