7 सितंबर 2025 का पंचांग: चंद्र ग्रहण और श्राद्ध पूजा के शुभ मुहूर्त

7 सितंबर 2025 का पंचांग
7 सितंबर 2025 का पंचांग: द्रिक पंचांग के अनुसार, इस दिन भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा और प्रतिपदा तिथि है। इस दिन वर्ष का दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण भी होगा। इसके साथ ही, पितृपक्ष की शुरुआत भी हो रही है। आज पहला पूर्णिमा श्राद्ध है, जिसे कुतुप मुहूर्त, रौहिणी मुहूर्त और अपराह्न काल में करना शुभ माना जाता है। कुतुप मुहूर्त सुबह 11:54 से दोपहर 12:44 तक रहेगा, इसके बाद रौहिणी मुहूर्त शुरू होगा, जो दोपहर 01:34 तक चलेगा। अपराह्न काल दोपहर 01:34 से 04:05 तक रहेगा। आइए जानते हैं चंद्र ग्रहण के समय, रविवार के शुभ-अशुभ मुहूर्त, नक्षत्र, योग और काल के बारे में।
नक्षत्र, करण और दिशा शूल
नक्षत्र की बात करें तो आज सुबह 09:41 तक शतभिषा नक्षत्र रहेगा, इसके बाद पूर्वभाद्रपदा नक्षत्र का आरंभ होगा। रविवार को यह नक्षत्र सुबह से लेकर देर रात तक रहेगा। दोपहर 12:43 तक विष्टि करण रहेगा, इसके बाद बव करण शुरू होगा, जो रात 11:38 तक रहेगा। इसके बाद बालव करण का संयोग बनेगा। आज दिनभर पश्चिम दिशा शूल रहेगा।
चंद्रमास और सम्वत

चंद्र ग्रहण और सूतक काल का समय
आज रात 09:58 से 8 सितंबर की सुबह 01:26 तक चंद्र ग्रहण होगा, जो भारत में देखा जा सकेगा। सूतक काल दोपहर 12:57 से अगले दिन सुबह 01:27 तक रहेगा।
आज के शुभ योग
इस समय सुकर्मा योग चल रहा है, जो सुबह 09:22 तक रहेगा। इसके बाद धृति योग का आरंभ होगा, जो देर रात तक चलेगा।
सूर्योदय, सूर्यास्त और चंद्रोदय
आज 7 सितंबर 2025 को सूर्योदय प्रात: 06:02 पर होगा, जबकि सूर्यास्त शाम 06:36 पर होगा। चंद्रोदय शाम 06:26 के आसपास हो सकता है।
आज का शुभ मुहूर्त

आज का अशुभ मुहूर्त

नवग्रहों की स्थिति
- गुरु देव आज पितृपक्ष के पहले दिन मिथुन राशि में रहेंगे, जबकि शनि देव मीन राशि में रहेंगे।
- चंद्र देव आज देर रात कुंभ राशि में रहेंगे, जबकि बुध, सूर्य और केतु सिंह राशि में युति में रहेंगे।
- मंगल देव कन्या राशि में रहेंगे, जबकि कर्क राशि में शुक्र और कुंभ राशि में राहु के रहने की संभावना है।