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8वां इन्वेस्ट मध्य प्रदेश - ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2025: निवेश की अनंत संभावनाओं पर फोकस

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8वां इन्वेस्ट मध्य प्रदेश - ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2025: निवेश की अनंत संभावनाओं पर फोकस


भोपाल, 23 फरवरी (हि.स.)। मध्य प्रदेश निवेशकों, व्यवसायियों और उद्योगों के लिए 'अनंत संभावनाओं' के उद्देश्य से बहुप्रतीक्षित इन्वेस्ट मध्य प्रदेश - ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट-2025 की मेजबानी करने के लिए तैयार है। भोपाल में पहली बार होने जा रही इस समिट के आयोजन से प्रदेश की राजधानी भोपाल देश के सबसे बड़े निवेश सम्मेलन का केंद्र बन गई है और म.प्र. उद्योग हब बनकर उभर रहा है। राष्ट्रीय मानव संग्रहालय में 24-25 फरवरी को आयोजित इस समिट में विभिन्न सत्रों में उद्योगपति निवेश के प्रस्ताव रखेंगे। यह जानकारी रविवार को जनसम्पर्क अधिकारी बिन्दु सुनील ने दी।

भागीदार देश सत्र: शिखर सम्मेलन ने वैश्विक भागीदारी को आकर्षित किया है, जिसमें भागीदार देश विभिन्न सत्रों की मेजबानी कर रहे हैं। इनमें ग्लोबल साउथ, जर्मनी और मध्यप्रदेश के लिए निवेश रणनीतियों और जापान और मध्यप्रदेश के बीच आर्थिक सहयोग पर सत्र शामिल हैं। कनाडा के साथ एक राउण्ड टेबल मीटिंग, पोलैंड के साथ एक कंट्री सेशन और एक बहुराष्ट्रीय निवेश सत्र भी होगा।

विभागीय शिखर सम्मेलन: नवीनीकृत मध्यप्रदेश शिखर सम्मेलन, 'कुसुम' परियोजनाओं के लिए हस्ताक्षरित पॉवर परचेज एग्रीमेंट (पीपीए), लेटर ऑफ अवार्ड (एलओए) वितरण और बीईएसएस परियोजना के साथ मुरैना सौर पर पूर्व-बोली बैठकों सहित हरित ऊर्जा परियोजनाओं को बढ़ाने पर ध्यान केंद्रित करेगा।

टेक-इन्वेस्ट समिट: यह समिटराज्य को टेकसंचालित अर्थव्यवस्था बनाने की दिशा में संभावनाओं को उजागर करेगा, जिसमें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, स्मार्ट शहरों और डिजिटल परिवर्तन पर चर्चा होगी, जिसमें एक समर्पित एआई और आईटी स्टार्ट-अप इनक्यूबेशन नीति का शुभारंभ होगा।

एमएसएमई और स्टार्ट-अप सत्र : मध्यप्रदेश का जीवंत एमएसएमई और स्टार्ट-अप पारिस्थितिकी तंत्र नवाचार और विकास को बढ़ावा देने के लिए पूरी तरह तैयार है। यह शिखर सम्मेलन उद्यमियों, निवेशकों और औद्योगिक संगठनों को जोड़ता है। साथ ही सहयोग और विस्तार के अवसरों को भी बढ़ावा देता है। शिखर सम्मेलन राज्य में स्टार्ट-अप और एमएसएमई पारिस्थितिकी तंत्र पर केंद्रित है। प्रमुख यूनिकॉर्न, स्टेबिलिटी और ब्रांड रिस्पांसिबिलिटी स्टार्ट-अप शिखर सम्मेलन का हिस्सा बन रहे है।

खनन शिखर सत्र: समिट में एनएमईटी फंड का उपयोग करके तांबा और रणनीतिक खनिजों का पता लगाने के लिए एमपीएसएमसीएल और हिंदुस्तान कॉपर लिमिटेड के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए जाएंगे।

शहरी विकास शिखर सत्र: इस सत्र में किफायती आवास, शहरी नियोजन में एआई और शहरों में नवीकरणीय ऊर्जा अपनाने संबंधी चर्चा रहेगी।

कपड़ा और परिधान सत्र: समिट में तकनीकी और सुरक्षात्मक वस्त्रों को बढ़ाने पर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी। सत्र में जापान की मशहूर कम्पनी यूनिक्लो मध्यप्रदेश के वस्त्र और परिधान उद्योग की संभावनाओं पर चर्चा करेंगे।

पर्यटन सत्र: सत्र में इंडियाहाइक्स के साथ बहु-दिवसीय ट्रेकिंग मार्गों को विकसित करने के लिए समझौता ज्ञापन, ग्वालियर किले की रोशनी के लिए इंटरग्लोब एविएशन (इंडिगो) के साथ एक सीएसआर साझेदारी आदि सहित प्रमुख पहलों की घोषणा की जाएगी।

प्रवासी मध्य प्रदेश सत्र: ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट में प्रवासी मध्यप्रदेश के प्रवासी नागरिक शामिल होंगे। यह सत्र वैश्विक भारतीय प्रवासी को जोड़ने, नए निवेश के अवसरों को बढ़ावा देने और सांस्कृतिक और आर्थिक संबंधों को मजबूत करने के लिए प्रमुख मंच प्रदान करेगा।

क्षेत्रीय सत्र: जीआईएस में क्षेत्रीय शिखर सम्मेलनों की श्रृंखला भी होगी, जो प्रमुख क्षेत्रों में निवेश की क्षमता को अनलॉक करेगी। इसमें -

मॉलीक्युल्स टू मशीन (स्वास्थ्य सेवा, फार्मा और चिकित्सा उपकरण): आयात निर्भरता, स्वदेशी उत्पादन को बढ़ावा देने, उद्योग परिवर्तन, सरकारी नीतियों, डिजिटल परिवर्तन और नियामक चुनौतियों पर चर्चा के साथ भारत में फार्मा और मेडटेक की विकास कहानी का प्रदर्शन होगा।

सीड-टू-शेल्फ (खाद्य प्रसंस्करण, कृषि और बागवानी): इस सत्र में कृषि से तैयार उत्पादों की मूल्य श्रृंखला, खाद्य प्र-संस्करण और बागवानी में निवेश आकर्षित करने, क्षेत्र की जैव विविधता, कृषि उत्पादन और औद्योगिक परिदृश्य पर विषय विशेषज्ञों के साथ विस्तृत चर्चा की जाएगी।

नए युग का निर्माण (कपड़ा और परिधान): इस सत्र में मध्यप्रदेश की प्रचुर कच्ची सामग्री उपलब्धता, मजबूत बुनियादी ढांचा के साथ-साथ मैन्यूफैक्चरिंग, डिजाईन, इनोवेशन और निर्यात विस्तार बढ़ाने पर चर्चा की जाएगी।

कौशल विकास सत्र: इस सत्र में युवाओं में कौशल विकास प्रतिभा का पोषण और बढ़ते कार्य बल को सशक्त बनाने पर विस्तार से चर्चा की जाएगी। मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ योजना जैसी पहलों के साथ, मध्यप्रदेश को एक अग्रणी कौशल विकास केंद्र के रूप में उभर रहा है, जो युवाओं को रोजगार के लिये तैयार कर रहा है।

खाद्य एवं भंडारण सत्र : इस सत्र में मध्यप्रदेश को दुनिया से जोड़ना के उद्देश्य से प्रदेश के सुविकसित परिवहन बुनियादी ढांचे और अग्रणी उद्योगों के प्रतिनिधियों के साथ विचार-विमर्श किया जाएगा।

सहकारिता सत्र: इस सत्र में राज्य के आर्थिक विकास में सहकारी समितियों की भूमिका को उजागर करना और सहकारी समितियों को मजबूत करने के लिए रणनीतियों पर चर्चा की जाएगी।

सड़क अवसंरचना सत्र: इस सत्र में मध्यप्रदेश में सड़क अवसंरचना विकास में निवेश के अवसरों, नवीन समाधानों और भविष्य की संभावनाओं पर विषय-विशेषज्ञों के साथ विस्तृत चर्चा की जाएगी।

भविष्य की चुनौतियां-एमपी स्टार्ट-अप पिचिंग सत्र: इस सत्र में स्टार्ट-अप्स को अपने नवीन विचारों और समाधानों को पिच करने के उद्देश्य से युवा स्टार्ट-अप उद्यमी सम्मिलित होंगे। इससे राज्य में उद्यमिता और निवेश को बढ़ावा मिलेगा।

ग्रीन हाइड्रोजन: इस सत्र में टिकाऊ ऊर्जा स्रोत के रूप में ग्रीन हाइड्रोजन की क्षमता, निवेश के अवसरों और इस तकनीक को आगे बढ़ाने में मध्यप्रदेश की भूमिका पर चर्चा की जाएगी।

शिखर सम्मेलन और सत्रों के अलावा, कपड़ा और परिधान के साथ सीआईआई बैठकें, एमएसएमई परिषद के साथ बैठक और विकसित भारत युवा नेता संवाद भी होगा।

एक्सपो और प्रदर्शनी: शिखर सम्मेलन में कई समानांतर एक्सपो आयोजित किए जाएँगे, जिनमें मध्यभारत फ़ैब्रिक और फ़ैशन एक्सपो में मध्यप्रदेश के समृद्ध कपड़ा उद्योग, परिधान में नवाचार और उभरते वैश्विक फ़ैशन रुझानों को प्रदर्शित किया जाएगा।

एमपी मोबिलिटी एक्सपो - इस एक्सपो में राज्य की ऑटोमोटिव क्षेत्र में हुई प्रगति को प्रदर्शित किया जाएगा।

ओडीओपी विलेज: राज्य की एक जिला, एक उत्पाद (ओडीओपी) पहल, स्थानीय कारीगरों और लघु उद्योगों का प्रदर्शन किया जाएगा।

एमपी डिजिटल एक्सपीरियंस ज़ोन- प्रधानमंत्री मोदी 5,000 वर्ग फीट में निर्मित इमर्सिव सेंटर का भ्रमण करेंगे। इसमें वे मध्यप्रदेश की समृद्ध विरासत, ऐतिहासिक धरोहर और पर्यटन स्थलों का वर्चुअल अनुभव लेंगे। यह जोन जीआईएस में आने वाले प्रतिभागियों को मध्यप्रदेश की परंपरा और नवाचार के संगम का अनुभव कराएगा।

हिन्दुस्थान समाचार / मुकेश तोमर