9 वर्षीय ऐनाया सौदा ने माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पर चढ़ाई कर रचा इतिहास

ऐनाया सौदा की ऐतिहासिक उपलब्धि
कुरुक्षेत्र की 9 वर्षीय ऐनाया सौदा ने माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पर पहुंचकर एक नई उपलब्धि हासिल की है। इस छोटी उम्र में उन्होंने नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया। तिरंगा फहराते हुए, ऐनाया ने न केवल अपने परिवार का नाम रोशन किया, बल्कि पूरे हरियाणा को गर्व महसूस कराया।
छोटी उम्र में बड़ी उपलब्धि
धर्मनगरी कुरुक्षेत्र से संबंध रखने वाली ऐनाया सौदा ने माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पर कदम रखकर सभी को चौंका दिया। वह हरियाणा की सबसे कम उम्र की पर्वतारोही बन गई हैं। उनके पिता ने गर्व से बताया कि उनका नाम अब रिकॉर्ड बुक में दर्ज हो चुका है। इस उपलब्धि ने साबित कर दिया है कि उम्र केवल एक संख्या है, और मेहनत से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
नशे के खिलाफ जागरूकता अभियान
ऐनाया ने माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पर तिरंगा फहराकर एक महत्वपूर्ण संदेश दिया। उनका उद्देश्य युवाओं को नशे के खिलाफ जागरूक करना था। उन्होंने बताया कि हरियाणा सरकार की नशा मुक्ति मुहिम से प्रेरित होकर उन्होंने यह कदम उठाया। जब हर वर्ग के लोग इस अभियान में शामिल हो रहे हैं, तो वह पीछे क्यों रहें? इस नन्हीं योद्धा ने अपनी चढ़ाई से नशे के खिलाफ लड़ाई को नई ऊर्जा दी।
प्रेरणा की स्रोत: बुआ ममता सौदा
ऐनाया की सफलता के पीछे उनकी बुआ ममता सौदा का बड़ा योगदान है। ममता से प्रेरित होकर, ऐनाया ने माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पर चढ़ाई का सपना देखा। उन्होंने कठिन परिस्थितियों में मेहनत की और अपने लक्ष्य को हासिल किया। उनकी बुआ ने उन्हें हिम्मत और अनुशासन सिखाया, जिससे ऐनाया ने ठंड, ऊंचाई और थकान को मात दी।
हरियाणा का गौरव और भविष्य की उम्मीद
ऐनाया सौदा की इस उपलब्धि ने कुरुक्षेत्र और हरियाणा में खुशी की लहर पैदा की है। माउंट एवरेस्ट बेस कैंप पर चढ़ाई करके, उन्होंने न केवल अपने परिवार का मान बढ़ाया, बल्कि पूरे राज्य का भी। यह नन्हीं बेटी युवाओं के लिए एक प्रेरणादायक सितारा बन गई है। उनकी कहानी यह दर्शाती है कि सही दिशा और मेहनत से कोई भी लक्ष्य प्राप्त किया जा सकता है।