9/11 हमलों की 24वीं बरसी: न्यूयॉर्क में श्रद्धांजलि समारोह

9/11 हमलों की समयरेखा
9/11 हमलों की समयरेखा: 11 सितंबर 2025 को अमेरिका में हुए सबसे भयानक आतंकवादी हमलों की 24वीं वर्षगांठ मनाई गई। इस अवसर पर हजारों लोग न्यूयॉर्क के 9/11 स्मारक पर एकत्र हुए। इस वार्षिक आयोजन में उन लगभग 3,000 निर्दोष व्यक्तियों को श्रद्धांजलि दी गई, जिन्होंने इन हमलों में अपनी जान गंवाई। इसमें 1993 में वर्ल्ड ट्रेड सेंटर पर हुए बम धमाके के पीड़ित भी शामिल थे। स्मारक स्थल पर पीड़ितों के नामों का पाठ किया गया और उनके परिवारों को सम्मानित किया गया।
11 सितंबर 2001 को पूर्वी तट से उड़ान भरने वाले चार विमानों का अपहरण आतंकवादियों ने किया था। अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट 11 और यूनाइटेड एयरलाइंस की फ्लाइट 175 को न्यूयॉर्क के वर्ल्ड ट्रेड सेंटर की ट्विन टावर्स से टकरा दिया गया। अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट 77 को वर्जीनिया में पेंटागन पर गिराया गया। वहीं, यूनाइटेड एयरलाइंस की फ्लाइट 93 यात्रियों के साहसिक प्रतिरोध के कारण पेंसिल्वेनिया के शैंक्सविले में दुर्घटनाग्रस्त हो गई। इन हमलों ने अमेरिका को हिला दिया और वैश्विक सुरक्षा, राजनीति और नीतियों की दिशा को हमेशा के लिए बदल दिया।
हमलों की समयरेखा:
- सुबह 8:46 बजे – अमेरिकन एयरलाइंस की फ्लाइट 11 वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के उत्तरी टावर से टकराई।
- सुबह 8:51 बजे – फ्लाइट 77 का अपहरण किया गया।
- सुबह 9:03 बजे – यूनाइटेड एयरलाइंस की फ्लाइट 175 दक्षिणी टावर से टकराई।
- सुबह 9:25 बजे – FAA ने अमेरिकी हवाई क्षेत्र में सभी नागरिक उड़ानों को रोक दिया।
- सुबह 9:28 बजे – फ्लाइट 93 का अपहरण किया गया।
- सुबह 9:37 बजे – फ्लाइट 77 पेंटागन से टकराई।
- सुबह 9:57 बजे – फ्लाइट 93 के यात्रियों ने अपहरणकर्ताओं से मुकाबला शुरू किया।
- सुबह 9:59 बजे – वर्ल्ड ट्रेड सेंटर का दक्षिणी टावर ढह गया।
- सुबह 10:03 बजे – यात्रियों के प्रतिरोध के बाद फ्लाइट 93 पेंसिल्वेनिया में दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
- सुबह 10:28 बजे – उत्तरी टावर ढह गया।
- सुबह 11:02 बजे – लोअर मैनहट्टन को खाली करने का आदेश दिया गया।
- दोपहर 12:16 बजे – अमेरिकी हवाई क्षेत्र में सभी उड़ानें सुरक्षित रूप से उतर गईं।
- शाम 5:20 बजे – क्षतिग्रस्त वर्ल्ड ट्रेड सेंटर 7 भी गिर गया।
- रात 8:30 बजे – राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश ने राष्ट्र को संबोधित किया।
हमलों का प्रभाव
9/11 ने न केवल अमेरिका बल्कि पूरी दुनिया की सुरक्षा व्यवस्था को प्रभावित किया। इस घटना ने आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक युद्ध की नींव रखी। अमेरिका ने अफगानिस्तान में युद्ध शुरू किया और सुरक्षा नीतियों में महत्वपूर्ण बदलाव किए। एयरपोर्ट से लेकर इंटेलिजेंस एजेंसियों तक, हर जगह कड़े सुरक्षा मानक लागू किए गए।